लखनऊ। एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार उत्तराखंड में अस्तित्व में आ चुकी है तो दूसरी ओर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर किसी नेता का नाम तय नहीं हो पा रहा है। हालांकि इस पद के लिए पहले पहल केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के नाम की चर्चा थी और जब केंद्रीय राज्य मंत्री मनोज सिन्हा उत्तरप्रदेश में श्री काशी विश्वनाथ व अन्य मंदिरों के दर्शन के लिए पहुंचे तो यह माना गया कि वे ही मुख्यमंत्री बनाए जाऐंगे मगर उन्होंने इस तरह की अटकलों को नकार दिया। दूसरी ओर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य व गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ का नाम भी चर्चा में रहा। दोनों ही नेता लखनऊ पहुंच चुके हैं। हालांकि केशव प्रसाद मौर्य को लेकर जानकारी आई थी कि वे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिले और उन्होंने कहा कि सीएम पद के लिए कोई होड़ नहीं है। इस दौरान राज्य में भाजपा सह प्रभारी सुनील ओझा भी मौजूद रहे। दूसरी ओर सांसद योगी आदित्यनाथ ने भी अमित शाह से भेंट की। केंद्रीय मंत्री एम वैंकेया नायडू लखनऊ पहुंचे। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के नेता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी विधायक दल की बैठक होगी आॅब्ज़र्वर इसकी घोषणा करेंगे। भाजपा के विधायक पंकज सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। जो पार्टी हाईकमान कहेगा वही करेंगे। दूसरी ओर उत्तरप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा है कि जहां पर भाजपा चुनाव हार गई वहां पर उन्होंने अपना मुख्मंत्री तय कर लिया और शपथ दिलवा दी। जहां पूर्ण बहुमत है वहां अभी खींचमतान हो रही है। उन्होंने कहा कि बैगपाइपर की राजनति बैंड बाजा और शोर की राजनीति करता है। यूपी में पहली बैठक में किसानों का कर्ज होगा माफ़ ! मनोज सिन्हा नही बनेंगे यूपी CM , शाह ने योगी को बुलाया दिल्ली कभी नहीं बनूंगा राहुल गांधी का सलाहकार