पूरी दुनिया भर में मनाए जाने वाले त्‍योहारों की रंगत खत्‍म हो चुकी है. त्यौहारी की रंगत खत्म होने की वजह कोरोना वायरस है. वही, इसकी जद में 11 अप्रैल का गुड फ्राइडे और 12 अप्रैल को होने वाला ईस्‍टर भी है. पूरी दुनिया इसको पवित्र सप्‍ताह या Holy Week मानती है. ईसाई धर्म के अनुसार सूली पर चढ़ाए जाने के तीन दिन बाद ईसा मसीह दोबारा जिंदा हो गए थे. इसी खुशी में दुनिया भर में ईस्‍टर मनाया जाता है. ईसइयों के लिए ये एक बड़ा त्‍योहार भी है. अब से पहले इस दिन हजारों की संख्‍या में लोग चर्च की प्रार्थना सभाओं में भाग लेते थे. रोम में खास आयोजन किया जाता था, जिसमें दूर-दूर से लोग आते थे. पूरी दुनिया इसको मनाकर खुशी का अनुभव करती थी. लेकिन इस बार ऐसा नहीं है. इस बार केवल चर्च से घंटों के बजने की आवाज जरूर आएगी लेकिन प्रार्थना सभाओं में जुटने वाली भीड़ गायब होगी. इसकी वजह बना है कोरोना वायरस जिसने दुनिया की दौड़ती गाड़ी के पहियों को थाम लिया है. सड़क पर कोरोना को लेकर पुलिस के स्लोगन ने लोगों को किया सतर्क अगर आपको नही पता तो बता दे कि इटली, फ्रांस, जर्मनी, रूस और ब्रिटेन अपने यहां पर लॉकडाउन की समय सीमा ईस्‍टर से आगे तक बढ़ा चुके हैं. जर्मनी में 23 मार्च को लॉकडाउन किया गया था. पहले ये 5 अप्रैल तक के लिए लागू किया गया था लेकिन अब इसको 19 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है. इस दौरान यहां पर सभी चीजें बंद रहेंगी. जर्मनी की चांसलर ने अपने एक संदेश में लोगों को घर पर रहने की हिदायत देते हुए यहां तक कहा है कि महामारी छुट्टी नहीं लेती है, लिहाजा अपने घर पर ही रहें. डाइचे वेले के मुताबिक मैर्केल ने ये भी कहा है कि अभी प्रतिबंधों को हटाना या कम करना जल्दबाजी होगी. ऐसा करने से हालात बिगड़ सकते हैं. उन्‍होने ये भी कहा कि फिलहाल हम अपने लक्ष्य हासिल करने से बहुत दूर हैं. यहां पर अब 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खत्‍म करने या बढ़ाने पर विचार किया जाएगा. इसके अलावा यूरोप के ज्‍यदातर देशों का यही हाल है. वहीं अमेरिका में भी जहां-जहां पर लॉकडाउन लागू है वहां पर भी यही हाल है. भारत में भी ईस्‍टर के मौके पर लॉकडाउन रहेगा. छत्तीसगढ़ : इस वजह से प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को नहीं भरना होगी फीस इसके अलावा यूरोप की बात करें तो यहां पर इटली में अब तक सबसे ज्‍यादा मामले सामने आ चुके हैं. यहां पर कोरोना संक्रमण के करीब 110574 मामले आए हैं. इसके अलावा यहां पर 13 हजार से अधिक लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं. इसके बाद स्‍पेन में 104118 मामले हैं. यहां पर 9387 लोगों की मौत अब तक इस वायरस की वजह से हो चुकी है. जर्मनी में 77981 मामले सामने आए हैं और यहां 931 लोगों की मौत इस वायरस से संक्रमित होने के बाद हुई है. फ्रांस में 56989 मामले सामने आए हैं. यहां पर 4 हजार से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई है. ब्रिटेन में अब तक इसके 29474 मामले सामने आ चुके हैं. यहां 2352 लोग अब तक इसकी वजह से मौत के मुंह में समा गए हैं. रूस में 2777 मामले सामने आए हैं और यहां पर अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है. पद्मश्री से सम्मानित निर्मल सिंह की कोरोना से मौत, गुरु नानक देव अस्पताल में ली अंतिम सांस कोरोना: तेलंगाना में 3 की मौत 30 संक्रमित, सभी तब्लीगी जमात में हुए थे शामिल जयपुर में एक मरीज ने 7 लोगों को किया संक्रमित, अरुणाचल में कोरोना का पहला मामला दर्ज