भारत से रोजगार की तलाश में सउदी अरब जाने वालों के लिए बुरी खबर है। दरअसल 2017 से सउदी अरब की संशोधित निताकत यानि सउदीकरण स्कीम के तहत कुछ ही कंपनियां विदेशी कामगरों को नौकरी पर रख सकती है। दरअसल कुछ ही कंपनियां नौकरी पर रखने के लिए नए ब्लॉक वीजा का आवेदन कर पाएंगी। इस स्कीम के तहत केवल वही कंपनियां मान्य होंगी जिसने कर्मचारियों की संख्याव अन्य मानदंडों को पूरा कर हाइग्रेड हासिल कर रखा है। इसका मकसद सउदियों को रोजगार के ज्यादा मौके उपलब्ध कराना है। इस संसोधन के अंतर्गत वो प्राइवेट कंपनियां आएंगी जहां 6 या 6 से ज्यादा कर्मचारी है। पहले यह सीमा 10 कर्मचारियों की थी। नए नियम के तहत केवल प्लैटिनम और हाइ ग्रीन कैटेगरी में आने वाली कंपनियां ही ब्लॉक वीजा के लिए आवेदन कर सकती है। सबसे पहले यह निताकत सिस्टम 2011 के मध्य में लागू किया गया था, जिसके तहत नौकरी देने वालों को चार कैटेगरी में विभाजित किया गया था- प्लैटिनम, ग्रीन, रेड और येलो। प्लैटिनम कैटेगरी में आने वाली कंपनियों में सामान्यतः 40 प्रतिशत स्थानीय कर्मचारी होते थे। साल 2016 में करीबन 25 लाख भारतीय सउदी में काम कर रहे थे। जिनकी संख्या 2015 में घटकर 1.65 लाख रह गई।