इम्फाल: मणिपुर में मैतेई समुदाय की 3 महिलाओं एवं 3 बच्चों के अपहरण और उनकी नृशंस हत्या ने पूरे प्रदेश में तनाव और आक्रोश पैदा कर दिया है। सीएम एन. बीरेन सिंह ने इस जघन्य घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि निर्दोष महिलाओं एवं बच्चों की हत्या करने वाले आतंकवादियों के लिए समाज में कोई जगह नहीं हो सकती। इस जघन्य अपराध के पश्चात् प्रदेश में फिर से हिंसा भड़क गई है, तथा कई मंत्रियों एवं विधायकों के आवासों पर हमले किए गए हैं। सीएम एन. बीरेन सिंह ने बताया कि 40-50 भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने बोरोबेक्रा में एक राहत शिविर एवं स्थानीय पुलिस स्टेशन पर हमला किया और विस्थापित लोगों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा, "मैं सीआरपीएफ और राज्य पुलिस बलों का उनके साहस और कर्तव्यनिष्ठा के लिए दिल से आभार व्यक्त करता हूं।" उन्होंने यह भी बताया कि आतंकियों की तलाश अभी जारी है। गौरतलब है कि 11 नवंबर को हुए इस हमले के पश्चात सुरक्षाबलों ने 10 आतंकवादियों को मार गिराया था। इसके बावजूद आतंकवादियों ने जिरीबाम में मैतेई समुदाय की महिलाओं और बच्चों का अपहरण कर लिया तथा बाद में उनका क़त्ल कर दिया। तत्पश्चात, इलाके में हिंसा फैल गई, जिससे कर्फ्यू लगाना पड़ा। साथ ही, उस थाना क्षेत्र में AFSPA (सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम) लागू कर दिया गया है। महाराष्ट्र-झारखंड में मतदान जारी, कई दिग्गजों ने डाला वोट असम सरकार का बड़ा फैसला, अब इस नाम से जाना जाएगा करीमगंज जिला MP में टैक्स फ्री हुई द साबरमती रिपोर्ट, दिग्विजय सिंह ने जताई आपत्ति