न रामनवमी का जुलुस, न जय श्री राम के नारे, फिर रेलवे स्टेशन पर हमला क्यों ? ममता सरकार पर उठा सवाल

कोलकाता: पश्चिम बंगाल से एक बार फिर हिंसा की नई घटना सामने आई है। हालाँकि, इस बार न ही रामनवमी का कोई जुलुस निकला और न ही किसी ने जय श्री राम के नारे लगाए । इसके बाद भी दंगाइयों ने 3 अप्रैल 2023 को हुगली जिले के रिसड़ा रेलवे स्टेशन को निशाना  बनाया। पथराव की घटना के बाद ट्रेनों का परिचालन बंद कर देना पड़ा। कई घंटों तक लोकल और मेल एक्सप्रेस की सेवाएं बाधित रही। पत्थरबाज़ी के बाद मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। 

 

इस घटना के बारे में पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मिरोन ने बताया है कि, 'रिसड़ा रेलवे स्टेशन पर पत्थरबाज़ी हुई। आम जनता की सुरक्षा के लिए हावड़ा-बर्धमान मेन लाइन पर सभी लोकल और मेल एक्सप्रेस ट्रेन की सेवाओं को रोक दिया गया। स्थिति को काबू करने के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवानों को तैनात किया गया है।' बता दें कि, रिसड़ा वही इलाका है, जहाँ से रामनवमी जुलुस निकलने के दौरान भी हिंसा भड़की थी। इस पर बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि, 'रमजान चल रहे हैं, रमजान में मुस्लिम भाई कोई गलत काम कर ही नहीं सकते, ये लोग (हिन्दू) ही जुलुस लेकर मुस्लिम इलाके में घुसे, जिससे हिंसा भड़क गई।' हालाँकि, रेलवे स्टेशन पर पथराव किए जाने के समय कोई जुलुस और कोई नारेबाजी नहीं हुई थी। 

 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दंगाइयों ने चार ट्रेनों पर पथराव किया। हमले के दौरान रेलवे स्टेशन के गेट नंबर 4 पर भी पत्थरबाज़ी की गई। इसके चलते 3 घंटे से अधिक वक़्त तक रेल सेवाएँ ठप रहीं। स्थिति पर नियंत्रण पाने की कोशिश कर रहे RAF और पुलिस के जवानों पर भी दंगाइयों ने हमला कर दिया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों को मजबूरन आँसू गैस के गोले दागने पड़े। इस हमले में रेलवे क्रासिंग के पास खड़ा पुलिस का एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया।

पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा MLA सुवेंदु अधिकारी ने इस हिंसा को लेकर वीडियो ट्विटर पर शेयर किए हैं। उनका आरोप है कि हिंसा में बमबाजी भी हुई है। सुवेंदु के अनुसार, रेलवे सुरक्षा बल के हस्तक्षेप करने के बाद ही ट्रेन चलाई जा सकी है। भाजपा विधायक का आरोप है कि एक ओर रिसड़ा जल रहा है और दूसरी ओर पूरे पश्चिम बंगाल का प्रशासन दीघा में अवकाश मना रहा है। उन्होंने सवाल किया है कि जब राज्य सरकार सब कुछ नियंत्रण में बता रही है, तो बमबाजी की नई घटना क्यों हुई। उन्होंने पश्चिम बंगाल की कानून-व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त करार देते हुए राज्य में केंद्रीय बलों की तैनाती को ही आखिरी विकल्प बताया है।

 

बता दें कि रामनवमी के पर्व पर भी पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में हिंसा हुई थी। खास तौर पर हुगली और हावड़ा जिले इससे काफी प्रभावित हुए थे। पश्चिम बंगाल भाजपा ने सीएम ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि उनके इशारे पर ही पुलिस दंगाइयों पर कार्रवाई करने के बजाए, हिंसा से पीड़ित हिन्दुओं का ही दमन कर रही है। हुगली से भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने ममता बनर्जी सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का इल्जाम लगाते हुए कहा कि ममता बनर्जी को वोट हिन्दुओं ने भी दिया था, मगर ममता सिर्फ मुस्लिमों की चिंता कर रहीं हैं।

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