स्टॉकहोम: नोबेल सम्मान के लिए इस साल डेनिस मुक्वेज और नादिया मुराद के नामों का चयन किया गया है। जानकारी के अनुसार दिसंबर माह में होने वाले एक समारोह के दौरान इन्हें नोबेल सम्मान दिया जायेगा। यहां बता दें कि नार्वेजियन नोबेल कमेटी द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि इन दोनों के लिए नोबेल शांति सम्मान दिया जाए। डेनिस मुक्वेज और नादिया मुराद को यह सम्मान युद्ध और सशस्त्र संघर्ष के रूप में यौन हिंसा के उपयोग को खत्म करने के लिए दिया जायेगा। जेम्स पी एलिसन और त्सुकु होन्जो ने जीता फिजियोलॉजी और मेडिसिन का नोबल प्राइज कौन हैं डेनिस मुक्वेज और नादिया मुराद डेनिस मुक्वेज और नादिया मुराद ने अपना पूरा जीवन यौन हिंसा द्वारा शिकार हुए पीड़ितों के लिए समर्पित किया है, डेनिस मुक्वेज पेशे से डॉक्टर हैं और उन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा में लगाया है पीड़ितों की मदद करना वे सर्वोपरि मानते हैं, इनके साथ ही नादिया ऐसे ही अपराधों की गवाह रहीं हैं। उन्होंने युद्ध के दौरान खुद पर और दूसरी लड़कियों के साथ हुए यौन हिंसा के बारे में बताया था। नादिया उन याजीदी लड़कियों और महिलाओं में से एक हैं जो आईएस सेना द्वारा बलात्कार और अन्य दुर्व्यवहार की शिकार हुई हैंं। नादिया मुराद ने याजीदी के साथ ही अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ लड़ाई में यौन हिंसा को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया है। नोबल शांति पुरस्कार 2019 के लिए नामित हुए पीएम मोदी, तमिलनाडु नेता की पहल गौरतलब है कि नोबेल पुरूस्कार सम्मान अपने आप गौरांवित करने वाला सम्मान है, भारत में भी नोबेल पुरूस्कार अब तक दो लोगों को दिया जा चुका है। सबसे पहले ये सम्मान मदर टेरेसा को मिला था और 2014 में कैलाश सत्यार्थी को भी मिला है। इसके अलावा दलाई लामा को भी ये पुरूस्कार दिया गया है जिसे उन्होंने गांधी जी के लिए श्रृद्धांजलि के रूप में माना है। खबरें और भी अंतरिक्ष तक गए थे वर्ल्ड वॉर 2 में हुए विस्फोट के झटके अमेज़न और एप्पल जैसी बड़ी कंपनी को चीनी जासूसों ने किया हैक चोर ने किया अंगूर का बगीचा साफ, 7 लाख के अंगूर किए चोरी