नोएडा: महानगरों और शहरों के बाद अब ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना का कहर जारी है. आए दिन ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण के चलते मौतें हो रही हैं. हैरानी इस बात की है कि जब तक मरीज समझे कि उसे बीमारी क्या हुई है, उससे पहले ही उसकी मौत हो रही है. इसी क्रम में गौतमबुद्धनगर के पल्ला गांव में सांस लेने में समस्या के चलते बुजुर्ग पति-पत्नी की एक ही दिन मौत हो गई. दिल को झकझोर देने वाला यह मामला ग्रेटर नोएडा के दादरी के पल्ला गांव का है. यहां बुजुर्ग पति और पत्नी की कुछ ही समय में मौत हो गई. दोनों का उपचार नोएडा और ग्रेटर नोएडा के अलग-अलग अस्पताल में चल रहा था. दोनों को सांस लेने में समस्या थी और दोनों ने ही मंगलवार की दोपहर को दुनिया को अलविदा कह दिया. पल्ला गांव के निवासी गजराज भगत और उनकी पत्नी रामेश्वरी की रविवार को अचानक हालत बिगड़ गई. आनन-फानन में परिवार वालों को रामेश्वरी देवी को ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल में एडमिट करवाया, जहां जांच के बाद उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई. अभी यह खबर उनके पति गजराज के पास पहुंची ही थी कि उन्हें भी सांस लेने में तकलीफ होने लगी. लिहाजा घर वालों ने गजराज को भी अस्पताल में एडमिट करवा दिया. 75 वर्षीय दोनों पति-पत्नी अस्पताल में कोरोना का उपचार करा रहे थे. इलाज के दौरान की रामेश्वरी देवी मौत हो गई और जैसे ही यह खबर अस्पताल में भर्ती गजराज भगत ने सुनी, उन्हें दिल का दौरा पड़ गया और उनके भी प्राण निकल गए. रॉयल एनफील्ड का बड़ा फैसला, 13 से16 मई के बीच बंद रहेगी दो विनिर्माण सुविधा क्या 'गरीबी' की गर्त में समा जाएगा भारत, बिखर जाएगी अर्थव्यवस्था ? पढ़िए संयुक्त राष्ट्र का बयान 14 मई को पीएम किसान योजना की 8वीं किस्त जारी करेगी सरकार