उत्तर कोरिया एक ऐसा देश जहाँ जाकर आप और हम जैसे लोग नहीं रह सकते। यह एक ऐसा देश है जहाँ सब कुछ पाबंदियों के घेरे में है। यहाँ बहुत सी चीजों को लेकर पाबंदी है, बहुत से बड़े-बड़े और खतरनाक कानून हैं जिन्हे वहां के लोगों को मानना पड़ता है। कई कानून और पाबंदियां तो ऐसी हैं कि सुनकर ही ऐसा लगता है कि वहां के लोग कैसे रहते होंगे। आपको बता दें कि उत्तर कोरिया का संस्थापक किंग II सुंग को कहा जाता है। इस समय यहाँ के शासक किम जोंग उन हैं जिनके राज में कई ऐसे कानून बने हैं जो अजीबोगरीब हैं और चौकाने वाले हैं। यहाँ के कानूनों को लेकर अब तक कई तरह की आलोचनाएं भी हुईं हैं लेकिन इससे यहाँ के शासक को कोई फर्क नहीं पड़ा और यहाँ कोई बदलाव नहीं हुए। फिलहाल हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे कानून जो चौकाने वाले हैं और इन कानूनों को सुनने के बाद आपके पैरों तले जमीन खिसक सकती हैं। आइए बताते हैं। कोई एक गुनाह करें तो पूरे परिवार को सजा - आपको यह सुनने के बाद हैरानी होगी कि यहाँ अगर किसी परिवार में कोई व्यक्ति आत्महत्या कर ले तो उसके पूरे परिवार को इसकी सजा दी जाती है। केवल इतना ही नहीं बल्कि यहाँ अगर कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार का अपराध करता है तो उसकी तीन पीढ़ियों को दंडित किया जाता है। यहाँ अगर किसी ने कोई भी अपराध किया हो तो उसे तो सजा दी ही जाएगी लेकिन उसके साथ ही उसकी 3 पीढ़ियों को भी उसके किये की सजा भुगतनी होगी। महिलाएं नहीं पहन सकती बिकिनी- हम कई देशों में देखते हैं कि महिलाएं बिकिनी में फोटोज क्लिक करवाती हैं और उन्हें अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर पोस्ट करती हैं। वहीं कई बार तो बिकिनी पहनने के चलते लड़कियों को खूब खरी-खोटी भी सुननी पड़ती है, लेकिन उत्तर कोरिया में ऐसा कुछ नहीं होता। जी दरअसल यहाँ लड़कियों को बिकिनी पहनने पर मनाही है। यहाँ लड़कियां भूल से भी बिकिनी नहीं पहन सकती और अगर वह पहन लेती हैं तो उन्हें इसका बहुत बुरा अंजाम भुगतना पड़ता है। नहीं पहन सकते नीली जींस- आप सभी ने देखा होगा कई लोग तरह-तरह की जींस पहनते हैं और अपने स्टाइल और फैशन को बेहतरीन बताते हैं लेकिन उत्तर कोरिया में ऐसा नहीं है। यहाँ आप नीली जींस नहीं पहन सकते हैं। यहाँ अगर कोई पर्यटक है तो उसके लिए नीली जींस पहनने की छूट है लेकिन अगर आप यहाँ रहते हैं तो आप नीली जींस को पहनना भूल जाएं। नहीं मिलते सेनेटरी पैड्स- आमतौर पर महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान कपड़ा ना इस्तेमाल करने के लिए कहा जाता है क्योंकि यह उनकी सेहत के लिए सही नहीं है, लेकिन उत्तर कोरिया में महिलाएं कपड़ा ही इस्तेमाल करती हैं। यहाँ महिलाओं को सेनेटरी पैड्स नहीं मिलते हैं और इसी के चलते उन्हें कपड़ों का ही इस्तेमाल करना पड़ता है। वह कपड़ों का इस्तेमाल कर उन्हें धोकर-सुखाकार वापस उपयोग में लेती हैं। वाकई में यह बहुत ही चौकाने वाली बात है। नहीं है धर्म की आजादी- कई देशों में व्यक्ति को उसके धर्म को अपनाने, पुस्तकें रखने की आजादी है लेकिन उत्तर कोरिया में ऐसा नहीं है। यहाँ पर धर्म की आजादी जैसी कोई चीज नहीं है। जी दरअसल यहाँ पर पाश्चात्य संस्कृति और साहित्य प्रतिबंधित है। यहाँ अगर कोई बाइबिल रखता है तो उसे फांसी की सजा दी जाती है। कहा जाता है साल 2014 में एक अमेरिकन को जेल की सजा सुनाई गई थी और उसकी खता सिर्फ यह थी कि उसने एक रेस्तरां के बाथरुम में गलती से अपना बाइबिल छोड़ दी थी। शराब पीने के लिए तय है दिन- आप सभी ने अक्सर देखा होगा लोग किसी तय जगह पर शराब का सेवन करते हैं। कोई घर में पीता है, कोई रेस्टोरेंट में, कोई बार में, कोई पब में, कोई शराब की दुकान पर। लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि शराब पीने के लिए दिन तय हो। जी दरअसल उत्तर कोरिया में ऐसा ही होता है। यहाँ शराब पीने की मनाही नहीं है लेकिन यहाँ शराब पीने के लिए दिन तय हैं। यहाँ केवल छुट्टी वाले दिन ही शराब पी सकते हैं। यहाँ शोक के दिन शराब नहीं पी सकते, वहीं अगर कोई शोक के दिन शराब पीता है तो उसे मौत की सजा दी जाती है। मेकअप पर भी मनाही- आम तौर पर आप सभी ने महिलाओं को मेकअप पर हज़ारों ही नहीं करोड़ों रुपए खर्च करते हुए देखा होगा लेकिन उत्तर कोरिया में महिलाएं मेकअप नहीं कर सकती। यहाँ हर 10 मीटर पर मेकअप पुलिस की पेट्रोलिंग टीम रहती है जो लड़कियों को देखती है। यहाँ किसी भी लड़की को अंगूठी, ब्रेसलेट पहनना मना है। केवल इतना ही नहीं बल्कि यहाँ की महिलाएं ना बाल खोलकर घूम सकती हैं और न लाल रंग की लिपस्टिक लगा सकती है। यहाँ लड़कियों के लिए तय हेयर स्टाइल है और लड़कियों को वही करवानी पड़ती है, वह अपने मन से कुछ भी नहीं करवा सकती हैं। पर्यटकों से छीन लिए जाते हैं मोबाइल- हम कहीं बाहर घूमने जाते हैं तो वहां से फोटो खींचकर लाते हैं और अपने घरवालों को दिखाते हैं। वहीं कई बार हम नयी-नयी जगहों पर जाते हैं और वहां फोटो खींचवाते हैं क्योंकि वह हमारे लिए नयी जगह होती है और हम उस जगह की यादों को संजोकर रखने की कोशिश करते हैं। लेकिन आप ऐसा उत्तर कोरिया में नहीं कर सकते क्योंकि यहाँ आप जैसे ही पहुंचेंगे वैसे ही आपका मोबाइल ले लिया जाएगा। यहाँ एयरपोर्ट पर ही आपका मोबाइल ले लिया जाएगा ताकि आप वहां के किसी भी जगह की, लोगों की फोटो ना ले सके। इसी के साथ आप यहाँ किसी स्थानीय व्यक्ति से बात भी नहीं कर सकते हैं। नहीं दी जाती किसी अन्य देश की जानकारी- हम सभी दूसरे देशों के बारे में जानने के लिए, दूसरे देशों की खबरें जानने के लिए न्यूज़पेपर, टीवी चैनल, मैगजीन का सहारा लेते हैं लेकिन उत्तर कोरिया के लोग ऐसा नहीं कर सकते। जी दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि यहाँ पर न्यूज़पेपर, टीवी चैनल, मैगजीन सभी में केवल उत्तर कोरिया के बारे में ही लिखा, दिखाया जाता है। यहाँ कभी भी दूसरे देशों के बारे में बात नहीं होती। नहीं बोल सकते सरकार के खिलाफ- अक्सर लोग अपनी सरकार के विरोध में बातें करते हुए मिल जाते हैं। भारत में तो आप देख सकते हैं कि लोग सरकार के विरोध में सड़क पर उतर आते हैं लेकिन उत्तर कोरिया में ऐसा नहीं होता। यहाँ आप सरकार का विरोध नहीं कर सकते हैं और अगर आप सरकार का विरोध करते हैं तो आपको सजा-ए-मौत मिलनी तय है। यहाँ जो व्यक्ति सरकार का विरोध करता है वह मौत के घाट उतारा जाता है। यहाँ विरोध प्रदर्शन तो बहुत दूर की बात है। यहाँ पर तो आप सरकार के पोस्टर को भी नीचे नहीं गिरा सकते और अगर वह कहीं गिरा है तो उसे आपको उठाना पड़ेगा क्योंकि अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपको सजा मिलेगी। अब आप बताएं कि यह चौकाने वाली बातें है या नहीं? और हाँ, क्या आप कभी उत्तर कोरिया जाना चाहेंगे..? दुनिया के लिए बेहद ही अनोखे है ये लोग, लेकिन उतनी ही अजीब है इनकी कहानी जातिगत आरक्षण: वरदान या अभिशाप ? महिलाओं के अंडरवियर से लेकर मासिक धर्म तक के लिए जब नेताओं ने दिए थे ये विवादित बयान