पेरिस: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अपने बयानों और कारनामों से हर बार सुर्खियों में रहते हैं. इस बार जिस खबर को लेकर वे सुर्खियों में आए हैं, उस खबर ने फ्रांस की नींद उड़ा दी है. दरअसल, फ्रांस के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी बेनॉ क्वेनेडी को उत्तर कोरिया के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, इसको लेकर न सिर्फ फ्रांस बल्कि दूसरे देश भी हैरत में हैं, ऐसा इसलिए भी है क्‍योंकि कुछ दिन पहले ही यह बात सामने आई थी कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु प्रोग्राम को बंद नहीं किया है, सेटेलाइट द्वारा इसकी तस्वीरें भी सामने आई थी. कोच पोवार का खत्म हो रहा कार्यकाल, भारतीय महिला क्रिकेट को विवादरहित भविष्य की उम्मीद हालिया मामले में जिस अधिकारी को हिरासत में लिया गया है वह फ्रांस की संसद के ऊपरी सदन से संबंधित है, इसके अलावा बेनॉ फ्रैंको-कोरियन फ्रेंडशिप असोसिएशन का अध्यक्ष भी हैं. हिरासत में लेने के साथ ही उनके देश से बाहर जाने या सीनेट में काम करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है. क्वेनेडी को फिलहाल फ्रांस की घरेलू खुफिया एजेंसी डीजीएसआई के मुख्यालय में रखा गया है. नाइजीरिया: बोर्नो राज्य में बोको हराम ने फिर उगला जहर, तीन सिपाहियों को उतारा मौत के घाट शुरुआती जांच में यह पता चला था कि उन्‍होंने कई बार उत्तर कोरिया की यात्रा की है, इस बात की जानकारी एक वेबसाइट से मिली है. किम से प्रभावित बेनॉ के एक वीडियो में वह कोरिया को 'विकास का मॉडल' बताते भी देखे जा सकते हैं. क्वेनेडी 2007 से फ्रैंको-कोरियन फ्रेंडशिप असोसिएशन के अध्यक्ष हैं. इसका गठन 1960 में उन पत्रकारों ने किया था जो सामाजिक और वामपंथी ध्येय के प्रति सहानुभूति दर्शाते थे. यह संगठन प्योंगयांग के साथ करीबी संबंध और विभाजित कोरिया को एक करने की बात करता है. खबरें और भी:- राम मंदिर बना तो मचा देंगे तबाही, सारे मुसलमान लड़के हैं तैयार- जैश-ए-मोहम्मद अमेरिका में पकड़ा गया सबसे खूंखार सीरियल किलर हॉकी वर्ल्डकप में अर्जेटीना ने स्पेन के खिलाफ रोमांचक जीत दर्ज की