वाशिंगटन : अंतरराष्ट्रीय दबावों को दरकिनार कर उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को इंटरकंटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का फिर परीक्षण किया. बता दें कि एक माह में उत्तर कोरिया द्वारा यह दूसरा परीक्षण किया गया. इस घटना से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है . कहा जा रहा है कि इस परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया अब अमेरिका को मिसाइल हमले की जद में लाने के निकट पहुँच गया है. हालाँकि अमेरिका ने इसका खंडन किया है. गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने यह परीक्षण ऐसे समय किया जब एक दिन पहले ही अमेरिकी कांग्रेस ने रूस, ईरान और उत्तर कोरिया पर नए और सख्त प्रतिबंधों को लगाए जाने के पक्ष में मत दिया है. स्मरण रहे कि उत्तर कोरिया ने इस वर्ष 12वीं बार मिसाइल का परीक्षण किया है. एक माह में किया गया यह दूसरा इंटरकंटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण है . दक्षिण कोरिया की एक न्यूज एजेंसी के अनुसार इस मिसाइल की मारक क्षमता इतनी है कि अमेरिका को भी निशाना बनाया जा सकता है. इन मिसाइलों की जद में अमेरिका के लॉस ऐंजिलिस समेत कई दूसरे शहर भी आ सकते हैं. बता दें कि अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन के प्रवक्ता कैप्टन जेफ डेविस ने इस परीक्षण की पुष्टि जरूर की लेकिन यह मानने से इनकार किया कि अमेरिका अब उत्तर कोरिया के मिसाइल हमले की जद में आ सकता है. उन्होंने कहा कि नॉर्थ कोरिया की मिसाइल से अमेरिका को कोई खतरा नहीं है.अमेरिका खुद की और दक्षिण कोरिया व जापान जैसे अपने सहयोगियों की किसी भी तरह के हमले से रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण की जानकारी मिलने के तुरंत बाद उधर जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो आबे ने देश के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है. यह भी देखें रूस, ईरान और नॉर्थ कोरिया पर अमेरिका लगाएगा प्रतिबंध, विधेयक हुआ पास उत्तर कोरिया से बात करना चाहता है दक्षिण कोरिया