चीन को हर तरह से कोरोनावायरस की वजह से नुकसान पहुंच रहा है. लोगों की जान के साथ औद्योगिक उत्पादन पर भी काफी असर पड़ा है. वुहान और हुबेई प्रांत में तो लगी हुई औद्योगिक इकाइयां पूरी तरह से बंद कर दी गई. लोगों को घरों में कैद होने के निर्देश जारी कर दिए गए जिससे कोरोना से संक्रमण को रोका जा सके. कोरोना वायरस से लड़ने में सबसे अधिक कारगर है आपका साबुन, सैनिटाइजर पर बर्बाद ना करें पैसा आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अधिकतर देश तमाम तरह की चीजों को चीन से ही आयात करते थे मगर कोरोना की वजह से उनके यहां फैक्ट्रियों पर ताले लग गए है. उत्पादन पूरी तरह से बंद कर दिया गया. दुनिया के तमाम देशों को तमाम तरह के सामान मुहैया कराने वाला चीन खुद दूसरों पर निर्भर हो गया. बीते दिसंबर माह से चीन में उत्पादन काफी गिर गया है. तमाम तरह की फैक्ट्रियों पर ताले लगे हुए हैं. हालांकि अब चीन में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं मगर औद्योगिक उत्पादन अभी भी बंद है. देश के 70 फीसद लोगों को शिकार बना सकता है कोरोना, जर्मनी की चांसलर का दावा अगर आपको नही पता तो बता दे कि इन्हीं चीजों को देखते हुए अब चीन के बॉर्डर से सटे इलाकों में उत्तर कोरिया ने फैक्ट्रियां लगाना शुरू कर दिया है. कोरिया की योजना है कि इन फैक्ट्रियों से उत्पादन करके वो चीन में उन चीजों की सप्लाई करेगा जिसे उनको अब अधिक जरूरत है. कोरोनावायरस की वजह से चीन में मास्क, ग्लव्स और सेफ्टी ड्रेस बनाने वाली यूनिटों पर भी ताला लग गया है, इसकी वजह से इन दिनों चीन में इन चीजों की बहुत अधिक आवश्यकता है. चीन दूसरे देशों से मास्क, ग्लव्स और सेफ्टी ड्रेस मंगवा रहा है. इन्हीं चीजों को ध्यान में रखते हुए कोरिया यहां फैक्ट्रियां लगाकर इन चीजों का उत्पादन करना चाह रहा है. ब्रिटिश वीजा शुल्क में हुआ बड़ा बदलाव, भारतीयों को उठाना पड़ सकता है नुकसान क्या इजराइल के वैज्ञानिकों ने खोज लिया है कोरोनावायरस का वैक्सीन ? कोरोना वायरस से निपटने के लिए इस फाइटर जेट कंपनी ने संभाला मोर्चा