देशव्यापी लॉकडाउन के बीच कोरोना वायरस से लड़ने में राष्ट्रीय और राज्य सरकारे अपने स्तर पर काम कर रही है. कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जारी लड़ाई में उत्तर रेलवे ने अब तक 22 हजार से ज्यादा सुरक्षा उपकरण तैयार किए हैं. आधिकारिक बयान के मुताबिक उत्तर रेलवे कार्यशालाओं द्वारा अब तक 22,851 व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण तैयार किए जा चुके हैं, इनमें से 10,851 मई के पहले हफ्ते में तैयार किए गए थे. सीएम खट्टर ने प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए किया यह काम आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ये पीपीइ कोरोना संक्रमितों के इलाज में तैनात मेडिकल स्टाफ और हेल्थ केयर पर्सनल के लिए बनाए जा रहे हैं ताकि उनको संक्रमण से बचाया जा सके. COVID19: 50 हज़ार के पार हुआ भारत में पॉजिटिव केस का आंकड़ा, 24 घंटे में मिले 3390 मामले इस मामले को लेकर एक आधिकारिक में बताया गया कि, पीपीइ के निर्माण के अलावा, उत्तर रेलवे कार्यशालाएं मास्क, सैनिटाइटर और कोचों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने का काम भी कर रही हैं. एनआर की एक प्रेस रिलीज में कहा गया है, "7 मई तक, उत्तर रेलवे कार्यशालाओं ने कुल 67,220 मास्क, 77,55 लीटर सैनिटाइटर और 540 कोचों को आइसोलेशन वार्डों में परिवर्तित किया है." इसके अलावा बयान में यह भी जानकारी दी गई है कि ये सब काम करने के दौरान, सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे सभी नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है. 177 भारतीयों को लेकर कोच्चि आया पहला विमान, आज आ सकते हैं और 750 लोग औरंगाबाद ट्रेन हादसा: पटरी पर बिखरी रोटियां, दिल में घर पहुँचने की आस छत्तीसगढ़: रमन सरकार में संपन्न हुए घोटाले धीरे-धीरे आ रहे सामने