ग्वालियर: आज तक हमने प्रदेश सहित देश में एम्बुलेंस या शव वाहन नहीं मिलने पर परिजनो के द्वारा शवों को कंधे और सायकिल पर ले जाते सुना है. किन्तु हाल में ग्वालियर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमे अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल में मरीजों को स्ट्रेचर तक नहीं मिल पाया है. हाल में जयारोग्य अस्पताल में ऐसा मामला सामने आया है जिसमे बुधवार को मुरैना से आए एक घायल की स्थिति इतनी अधिक खराब थी कि उसे गोद में उठाना मुमकिन नहीं था, वही स्ट्रेचर नहीं मिलने के कारण परिजन उसे प्लास्टिक के बोरे में रखकर ट्रामा सेंटर के अंदर लेकर गए. घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार मुरैना निवासी मुकेश के कुएं में गिरने की वजह से उसके शरीर की हड्डियां टूट गई थीं. जिसे परिजन जयारोग्य अस्पताल के ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे थे. परिजनों ने जब स्ट्रेचर तलाशा तो उन्हें नहीं मिला, जबकि कैजुअल्टी में चेन से बंधे हुए स्ट्रेचर रखे हुए थे. किन्तु वहां कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था. जिससे परिजन को घायल व्यक्ति को प्लास्टिक के बोरे में रखकर ट्रामा सेंटर के अंदर लेकर जाना पड़ा. इस घटना से एक बार फिर अस्पताल में अव्यवस्थाओ की पोल खुल गयी है. इससे पहले भी इस तरह की घटनाये हो चुकी है. संभागीय कमिश्नर एसएन रूपला भी करीब डेढ़ माह पहले न्यूरोसर्जरी वार्ड के निरीक्षण के दौरान जेएएच अधीक्षक को स्ट्रेचर खरीदने के निर्देश दिए थे. जिससे मरीजों को स्ट्रेचर के लिए परेशान नहीं होना पड़े. बेटे की लाश के साथ मां-बाप को मुर्दाघर में कर दिया बंद लालू हुए बीमार तो बेटे तेज प्रताप ने सरकारी नियमो को ताक पे रख घर को बना दिया हॉस्पिटल लड़के का जन्म हुआ लेकिन हॉस्पिटल ने दी लड़की बच्ची से कर रहा था रेप, पब्लिक ने इतना पीटा की हो गई मौत एमबीबीएस डिग्री / बीडीएस डिग्री धारक के लिए आई एक बेहतर जॉब