सराय काले खां नहीं, बिरसा मुंडा चौक कहिए...! दिल्ली में सरकार ने बदला नाम

नई दिल्ली: महान स्वतंत्रता सेनानी और आदिवासी जननायक भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर केंद्र सरकार ने दिल्ली के सराय काले खां आईएसबीटी चौक का नाम बदलकर "बिरसा मुंडा चौक" रखने का फैसला किया है। इस घोषणा को केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किया। 

भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को देशभर में "जनजातीय गौरव दिवस" के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर कई स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बिहार के जमुई जिले के एक सुदूर गांव में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे। यह कार्यक्रम राजधानी पटना से लगभग 200 किलोमीटर दूर आयोजित किया गया था। 

प्रधानमंत्री का यह दौरा एक हफ्ते से भी कम समय में बिहार का दूसरा दौरा है। इससे पहले उन्होंने दरभंगा में एम्स (AIIMS) की आधारशिला रखी थी। जमुई की सीमा झारखंड से सटी हुई है, जहां विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान, जो दो बार जमुई से सांसद रह चुके हैं, ने पीएम मोदी के दौरे को लेकर अपनी खुशी जाहिर की। 

भगवान बिरसा मुंडा को आदिवासी समुदाय भगवान के रूप में पूजते हैं। वे भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे। उनकी जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाना आदिवासी समुदाय के गौरव और उनके योगदान को सम्मानित करने का प्रयास है।

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