मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत काफी समय से सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं. कंगना और महाराष्ट्र सरकार की जुबानी जंग भी इस साल जमकर सुर्ख़ियों में रहीं है और इसका खामियाजा भी कंगना को भुगतना पड़ा. दरअसल कंगना ने मुंबई की तुलना POK से कर दी थी जिसके बाद शिवसेना राजनेता संजय राउत और उनके बीच जमकर जुबानी जंग हुई थी. किन्तु जुबानी जंग ने तब दुश्मनी का रूप ले लिया जब रातोंरात कंगना को BMC द्वारा नोटिस भेजा गया और उनके कार्यालय पर बुल्डोजर चला दिया गया. बता दें कि कंगना के मुंबई स्थित मणिकर्णिका कार्यालय में अवैध निर्माण बताकर तोड़फोड़ की गई थी. जिसके बाद कंगना ने शीर्ष अदालत में इसके खिलाफ याचिका दाखिल की थी. कंगना रनौत ने शीर्ष अदालत में याचिका दायर करते हुए यह आग्रह किया कि BMC द्वारा उनकी संपत्ति में की गई तोड़फोड़ मामले की सुनवाई के बगैर कोई आदेश पारित नहीं करें. सितंबर महीने में कंगना के दफ्तर में तोड़फोड़ की गई थी जिसके कारण कंगना का लाखों का नुकसान भी हुआ. हालांकि बाद में अदालत ने इस घटना को गलत बताते हुए कार्रवाई को रोकने का आदेश जारी किया, किन्तु तब तक काफी देर हो चुकी थी. और ऑफिस का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा ध्वस्त हो चुका था. अभिनेत्री के कार्यालय में BMC द्वारा किए गए कार्रवाई के कारण IS इकबाल सिंह चहल को महाराष्ट्र राज्य मानवाधिकार आयोग की ओर से समन जारी किया गया है. इकबाल महाराष्ट्र कैडर 1989 बैच के IAS हैं और राजस्थान के श्रीगंगानगर के निवासी हैं. फिलहाल चहल BMC को संभाल रहे हैं. सेंसेक्स निफ्टी में बढ़त, विप्रो टॉप गेनर इस मंदिर में न तो मिठाई और नहीं फूल बल्कि चढ़ाई जाती है ये चीज एयर इंडिया के लिए बोली लगाने की तैयारी में जुटे टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस