नई दिल्ली : आज नोटबंदी की पहली सालगिरह है. गत वर्ष आज ही के दिन पीएम मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी.पिछले साल आम से लेकर ख़ास आदमी भी बैंकों की कतार में नोट जमा कराने के लिए खड़ा था.इनमें से कई ऐसे लोग भी थे जिन्होंने नोटबंदी के बाद बैंकों में बड़ी राशि जमा कराई थी.अब ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए इन्हे नोटिस भेजने का फैसला किया है.करीब एक लाख इकाइयों और व्यक्तियों को आयकर विभाग नोटिस जारी करेगा. बता दें कि ऐसे लोगों की बैंक खातों में संदिग्ध गड़बड़ी के बारे में जानकारी जुटाने के लिए इनके टैक्स रिटर्न को जांच का आधार बनाया गया है.सूत्रों के अनुसार ऐसे लोगों को इसी सप्ताह से नोटिस भेजना शुरू हो जाएगा. पहली किस्त में 70 हजार इकाइयों को नोटिस जारी किये जाएंगे. ये वैसी इकाइयां हैं, जिन्होंने नोटबंदी के बाद बैंकों में 50 लाख रुपये से अधिक जमा किये लेकिन न तो टैक्स रिटर्न फाइल किये और न ही आयकर विभाग के परामर्श का कोई जवाब दिया. यही नहीं आयकर विभाग उन 30 हजार लोगों को भी जांच नोटिस भेजेगा जिनके टैक्स रिटर्न में नोटबंदी से पहले के मुकाबले या उनके खातों की तुलना में बड़ा अंतर है. नोटबंदी के बाद जिन खातों से अधिक राशि के लेन देन हुए हैं, उन्हें भी नोटिस जारी किये जाएंगे. यह भी देखें 1833 करोड़ की बेनामी संपत्ति जब्त कारोबारियों को दो लाख तक भुगतान की छूट मिली