मुरैना. खरीफ की फसल की बुवाई शुरू होने वाली है. यह भी बता दे कि किसानो को फसलों की बुवाई के लिए खाद की जरूरत पड़ेगी, किन्तु इस बार सरकार ने व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है. आधार कार्ड को यहां भी अनिवार्य कर दिया गया है. चाहे सरकारी हो या फिर प्राइवेट दुकान, किसानो को आधार कार्ड नंबर के आधार पर ही खाद मिलेगी. आधार नंबर के लिए सभी खाद की दुकानों पर बायोमेट्रिक मशीनें लगाई जाएगी, जिस पर किसानो को अपना अंगूठा लगाना होगा. इस संबंध में सभी खाद विक्रेताओं को कृषि विभाग ने आदेश दिए है. इस कारण किसानो को खाद मिलने में समस्या भी पेश आ सकती है. बता दे कि जिले में सहकारी समितियों के माध्यम से किसानो को खाद प्राइवेट दुकानदारों से ही खरीदनी पड़ती है. किन्तु प्राइवेट दुकानदार इस खाद को ज्यादा फायदे में दूसरे राज्यों में बेच देते है, इससे सिर्फ और सिर्फ किसानो को ही समस्या होती थी. किन्तु अब खाद पर टेक्स बढ़ गया है, 1 जुलाई से किसानो को महंगे दामों पर इसे खरीदना पड़ेगा. अभी किसानों को एक बोरी खाद खरीदने पर कुल कीमत पर 5 फीसदी वैट देना पड़ता था. किन्तु जीएसटी लागु होने पर टैक्स 5 फीसदी बढ़कर 12 फीसदी हो जाएगा. ये भी पढ़े किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीर किसानों के लिए इफ्को लाया को-ब्रांडेड कार्ड पंजाब के किसानों की मांग, कर्ज माफी पर जल्द फैसला ले सरकार