नई दिल्ली: श्रीलंका और पाकिस्तान से सटे गहरे समुद्र में भारतीय मछुआरों को अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा पार करने से रोकने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ऐसा 'उपकरण' बनाया है जो उनकी नौकाओं का पता लगाकर उन्हें मैसेज पहुंचाकर सावधान करेगा। नौसेना के अफसरों ने संसद की एक समिति को इस संबंध में जानकारी दी है। समिति ने बीते दिनों संसद में अपनी रिपोर्ट पेश की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, नौसेना के अफसरों ने रक्षा संबंधी स्थायी समिति को बताया कि, 'हमारी अंतरराष्ट्रीय नौवहन सीमा रेखा श्रीलंका और पाकिस्तान से सटी हुई है। उन सभी नावों में स्वचालित पहचान प्रणाली (AIS) लगी हुई रहती है जो नावें 20 मीटर से ऊंची होती हैं। हालांकि कुछ शरारती तत्व अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा को पार कर जाते हैं। ये वही लोग होते हैं जो 20 मीटर से कम ऊंचाई वाली नौकाओं का इस्तेमाल करते हैं। ' अधिकारियों ने बताया कि, इसलिए इंडियन नेवी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ मिलकर एक नई पहल की है। इसमें कहा गया है कि, इसरो ने अब एक मॉड्यूल विकसित किया है जिसके तहत एक ट्रांसपांडर युक्त व्यवस्था तैयार की गई है जो उन नावों की स्थिति एवं स्थान का पता लगाने में सहायता तो करता ही है, साथ ही उन्हें इस संबंध में संदेश भेजकर सतर्क भी करता है। क्रूड आयल पर कोरोना वायरस का प्रकोप, एक महीने में 20 फीसद तक टूटे दाम Corona Virus: इकोनॉमी को खा रहा ये वायरस, Slowdown से निकलने में अब लगेगा और वक्त देश की इकोनॉमी हो रही मजबूत, आठ फीसद की वृद्धि दर हासिल करेगा भारत