2019 तक तैयार होगी ऐसी रेल लाइन जिस पर सिर्फ माल गाड़ियां ही चलेंगी

नई दिल्ली : रेलवे मंत्रालय इन दिनों ऐसी रेल लाइन परियोजना पर काम कर रहा है जिसमें सिर्फ माल गाड़ियां ही चलेंगी. अंग्रेजी में इसे डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर (डीएफसी )यानी ऐसी रेल लाइन जिस पर सिर्फ माल गाड़ियां ही चलेगी.एक साल में डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर का काम 5 गुना तेजी से आगे बढ़ा है. खुर्जा से कानपुर और रेवाड़ी से पालनपुर के बीच डीएफसी के काम में बहुत तेजी आई है.

उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2016 तक दोनों कॉरीडोरों में अत्याधुनिक एनटीसी मशीनों द्वारा कुल 480 किलोमीटर तक मैकेनाइज्ड ट्रैक लाइन की गई है. इसमें से 300 किलोमीटर से ज्यादा ट्रैक बिछाने का काम गत एक वर्ष के दौरान किया गया है. इसमें निगरानी के लिए द्रोण और जियो लोकेशन आधारित सेटेलाइट टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है.

इस बारे में डीएफसी के एमडी आदेश शर्मा ने डीएफसी की प्रगति के बारे में  बताया कि डीएफसी 2019 में पूरी तरह से शुरू हो जाएगा. उससे पहले कानपुर-खुर्जा के बीच डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को 2018 में ही चालू कर दिया जाएगा.ईस्टर्न कारिडोर और वेस्टर्न कॉरिडोर के लिए फंड की व्यवस्था पूरी तरह से कर ली गई है. डीएफसी नेटवर्क को 'लेवल क्रॉसिंग' मुक्त बनाने की योजना है.एमडी ने यह भी बताया कि भूमि अधिग्रहण में आ रही परेशानियों के कारण डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में करीब एक साल की देरी हो चुकी है.

बता दें कि केंद्र सरकार हर हालत में डीएफसी का काम जल्द से जल्द पूरा करना चाह रही है.इसके लिए दिन-रात ऑटोमेटिक मशीनों से काम किया जा रहा है. अभी तक इस काम में चार ऑटोमेटिक मशीन लगाई गई हैं, जबकि 7 और मशीनों को विदेश से मंगाया जा रहा है. यह काम दिसंबर 2019 तक पूरा होने का अनुमान है,लेकिन रेलवे की पूरी कोशिश है इस काम को 2019 के आरम्भ में ही पूरा कर लिया जाए. यहाँ ईस्टर्न और वेस्टर्न दोनों हिस्सों में कुल 8800 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है.

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