जयपुर: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की दिग्गज नेत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि उन्हें लगता है कि वह अब संन्यास ले सकती हैं। राजे की टिप्पणी तब आई जब उनके बेटे, दुष्यंत सिंह, जो लोकसभा में झालावाड़-बारां का प्रतिनिधित्व करते हैं, पहले से ही एक जन प्रतिनिधि के रूप में प्रगति कर रहे हैं। झालावाड़ में एक सार्वजनिक बैठक में बोलते हुए, जहां उनका बेटा भी मौजूद था, राजे ने कहा कि, "अपने बेटे की बात सुनने के बाद, मुझे लगता है कि मुझे संन्यास ले लेना चाहिए क्योंकि आप सभी ने उसे इतनी अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया है कि मुझे उस पर दबाव डालने की जरूरत नहीं है।" पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि, "सभी विधायक यहां हैं और मुझे लगता है कि उन पर नजर रखने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि वे अपने दम पर लोगों के लिए काम करेंगे। यह झालावाड़ है।" राजे ने सड़कों, जल आपूर्ति परियोजनाओं और हवाई और रेल कनेक्टिविटी का उल्लेख करते हुए पिछले तीन दशकों में क्षेत्र में विकास कार्यों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि, "आज लोग पूछते हैं कि झालावाड़ कहां है। लोग यहां निवेश करना चाहते हैं।" वसुंधरा राजे ने सरकारी भर्ती प्रश्नपत्र लीक की घटनाओं और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर राज्य में कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि, राजस्थान तभी फिर से नंबर एक राज्य बनेगा, जब लोग भाजपा को आगे ले जाने के लिए काम करेंगे। राजे 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को झालावाड़ विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए तैयार हैं। बता दें कि, पिछले कई महीनों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चुनाव जीतने पर पांच बार के सांसद और चार बार के विधायक की भूमिका को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। माना जा रहा है कि, चुनाव जीतने पर इस बार भाजपा राज्य में मुख्यमंत्री बदल सकती है, इस बीच वसुंधरा राजे के इस बयान ने सियासी पारे को और बढ़ा दिया है। 200 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। 'राहुल गांधी राष्ट्रीय पप्पू..', कांग्रेस नेता पर KTR ने बोला हमला, कहा- भ्रष्टाचार में लिप्त लोग हमपर आरोप न लगाएं इजराइल-हमास युद्ध पर पीएम मोदी और ऋषि सुनक में हुई गंभीर चर्चा, बोले- आतंकवाद और हिंसा के लिए कोई जगह नहीं महादेव सट्टेबाज़ी एप ने 'भूपेश बघेल' को दिए 508 करोड़, ED को मिले दुबई से पैसा आने के सबूत, कैश के साथ असीम दास गिरफ्तार