हुंडई मोटर्स, छोटी और मिड साइज कारों के एक्सपोर्ट के लिए अपनी स्ट्रेटजी में बड़ा परिवर्तन कर दिया है. क्योंकि इंडिया के बाहर भी कंपनी की कारों की डिमांड बहुत ज्यादा. इसलिए कंपनी क्रेटा और अल्काजार के उपरांत नई वरना का भी एक्सपोर्ट शुरू करने जा रही है. क्या है कंपनी की योजना?: एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी केवल इंडिया में वरना के निर्माण और एक्सपोर्ट की जिम्मेदारी सँभालने वाली है. कंपनी अगले साल तक वरना की 120000 यूनिट्स को तैयार करने की योजना बनाने में लगी हुई है. इसमें से तकरीबन 80000 यूनिट्स को बाहरी देशों में एक्सपोर्ट किया जाने वाला है. यानि वरना का एक्सपोर्ट वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर दोगुना होने वाला है, जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में 40,000 यूनिट था. जिसकी वजह से कंपनी के कुल एक्सपोर्ट में तकरीबन 20 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोत्तरी होने का अनुमान है. कंपनी के लिए भारत है बड़ा एक्सपोर्ट सेंटर : बता दें की 21 मार्च, 2023 को नई वरना की लॉन्चिंग के अवसर पर कंपनी के MD उनसू किम ने बोला है कि, “ऑल-न्यू हुंडई वरना का निर्माण चेन्नई के अत्याधुनिक कारखाने में किया जा रहा है. यह कार पूरे विश्व के लिए इंडिया में ही बनाई जाने वाली है. हम अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने विस्तार के लिए निरंतर प्रयासरत हैं." कंपनी ने अब तक ग्लोबल मार्केट के कई देशों में अपनी इस सेडान के 4.5 लाख से अधिक यूनिट्स को एक्सपोर्ट कर दिया है. कंपनी इस और बढ़ाने के लिए अपनी प्रोडक्शन क्षमता को 8.5 लाख यूनिट तक बढ़ा चुकी है. वित्त वर्ष 2023-24 में हुंडई का एक्सपोर्ट 1.7 लाख से 1.9 लाख यूनिट रहने की उम्मीद है, जो कि बीते 5 वर्षों में सबसे ज्यादा है. आखिर क्यों MARUTI ने बंद किया ALTO का प्रोडक्शन फरवरी से मार्च के बीच खूब हुई इन गाड़ियों की सेल एकदम नए लुक और रंग में लॉन्च होगी SKODA की नई कार