रायपुर: नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अब दवाइयां और ब्लड सैंपल जैसे जरूरी चिकित्सा सामान तेजी से पहुंचाए जा सकेंगे। छत्तीसगढ़ के कोंडगांव सहित अन्य नक्सल प्रभावित जिलों में ड्रोन सेवा की शुरुआत की गई है। इस नई सुविधा के तहत ड्रोन दवाएं और अन्य आवश्यक चिकित्सा सामान मर्दापाल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाएगा और वहां से मरीजों के ब्लड और यूरिन जैसे सैंपल वापस जिला अस्पताल लाएगा। रविवार को इस सेवा का पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुभारंभ किया गया, जहां जिला अस्पताल से रिमोट के बटन को दबाकर ड्रोन को उड़ाया गया। यह सेवा फिलहाल सीमित स्तर पर शुरू की गई है, लेकिन भविष्य में इसे आसपास के अन्य अस्पतालों में भी लागू किया जाएगा, जिससे लोगों को मेडिकल सुविधाएं अधिक आसानी से उपलब्ध होंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके सिंह के अनुसार, इस ड्रोन सेवा का उद्देश्य दूरस्थ इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाना है। ड्रोन के जरिए दवाएं, टीके और अन्य जरूरी चिकित्सा सामग्री समय पर पहुंचाई जा सकेगी, जिससे इलाज में तेजी आएगी। केंद्र सरकार द्वारा इस पहल को टीकाकरण सेवाओं को सुदृढ़ करने के प्रयास के तहत शुरू किया गया है, जिससे ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को नया आयाम मिलेगा और लोगों की सुविधाओं में वृद्धि होगी। 'गेरुए कपड़े पहनकर नफरत फैलाते, उनके सिर पर बाल नहीं हैं..', योगी पर बोले खड़गे बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में 11वें हाथी की मौत, प्रशासन के हाथ-पाँव फूले 'चुनाव बाद जो सबसे बड़ी पार्टी होगी, वही CM तय करेगी..', बोले पृथ्वीराज चव्हाण