कराची: जी हाँ आपने सही पढ़ा हैं क्योंकि पाकिस्तान भारत के साथ अपने हर तरह के खेल रिश्ते को खत्म कर सकता हैं. जिसके बाद पाकिस्तान कोई भी गेम भारत के साथ नही खेलेगा. पाकिस्तान के स्पोर्ट्स मिनिस्टर रियाज पीरजादा ने ये स्टेटमेंट दिया हैं. और इस बारे में रियाज मिनिस्ट्री से बात भी कर रहे हैं.उन्होंने कहा- हम ये तय कर देना चाहते हैं कि पाकिस्तान का कोई प्लेयर या टीम भारतीय जमीन पर ना खेले. खबरों के अनुसार पाकिस्तान ने ये फैसला लखनऊ में गुरुवार से शुरू हुई जूनियर वर्ल्ड कप हॉकी चैंपियनशिप के लिए पाकिस्तानी प्लेयर को वीजा न दिए जाने की वजह से ले रहा हैं. इस बात से पाकिस्तान काफी नाराज हैं. रियाज ने कहा कि पाकिस्तान की जूनियर हॉकी टीम से इंडियन हाई कमीशन और इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन ने जो बर्ताव किया हैं. उसके बाद हम ये फैसला लेने पर मजबूर हैं. रियाज ने भारत पर इल्जाम लगाते हुए कहा पाकिस्तान की जूनियर हॉकी टीम के साथ ऐसा व्यवहार इसलिए किया जा रहा हैं क्योंकि इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन भी भारत के साथ है क्योंकि इसका प्रेसिडेंट भी भारतीय है. पाकिस्तानी टीम को वीजा न देने से पाकिस्तान भारत से बहुत ही ज्यादा नाराज हैं. इससे पकिस्तान को काफी नुकसान भी हुआ हैं. इस विषय में पाकिस्तान के हॉकी फेडरेशन (पीएचएफ) ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को लास्ट डेट से पहले वीजा नही दिया जिस वजह से क्वालीफाई करने के बाद भी पाकिस्तान की जूनियर हॉकी टीम जूनियर वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं ले पाएगी. भारत ने हमे आखिरी मौके तक कि जानकारी नही दी. इस विषय में भारत ने कहा कि पाकिस्तानी प्लेयर्स ने तय वक़्त के बाद वीजा के लिए अप्लाई किया था जिस वजह से उन्हें वीजा जारी नही किया जा सका. ज्ञात हो कि गुरुवार से दस दिनों तक चलने वाले इस जूनियर वर्ल्ड कप में 16 टीमें हिस्सा ले रही हैं. इसमें भारत, मलेशिया, दक्षिण अफ्रीका, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, कनाडा, मिस्र, इंग्लैंड, जर्मनी, जापान, कोरिया, हॉलैंड, न्यूजीलैंड और स्पेन शामिल हैं. 18 दिसंबर को टूर्नामेंट का फाइनल खेला जाएगा. जूनियर विश्व कप हॉकी के पहले मैच पर न्यूजीलैंड का कब्जा