नई दिल्ली. देश में कुछ दिनों पहले तक पेट्रोल और डीज़ल के दामों में लगातार बढ़त होती जा रही थी और अब तक़रीबन पिछले एक हफ्ते से इनके दामों में लगातार बड़ी गिरावट भी देखी जा रही है. लेकिन इन सब के बीच देश को इस मामले में एक बड़ा झटका लग सकता है और देश को इस झटके से अब रूस ही बचा सकता है. पेट्रोल-डीज़ल : आज फिर गिरे दाम, जानिए महानगरों में क्या है भाव दरअसल पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों पर सबसे बड़ा असर कच्चे तेल के दामों और इसके उत्पादन पर ही होता है और पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन आर्गेनाइजेशन ऑफ़ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कन्ट्रीज (OPEC) ने हाल ही में एक वार्ता में इस बात पर सहमति जताई है कि वे अगले साल से अपने कच्चे तेल के उत्पादन में भारी कटौती करेंगे. इस वजह से दुनिया में फिर कच्चे तेल की उपलब्धता में कमी आएगी और पेट्रोल डीज़ल के दाम फिर बढ़ने लगेंगे. इंडिगो बनी 200 एयरक्राफ्ट वाली देश की पहली कंपनी लेकिन आर्गेनाइजेशन ऑफ़ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कन्ट्रीज (OPEC) अपने इस फैसले पर अमल करने से पहले नॉन-ओपेक देश रूस से बात करने जा रहे हैं. रूस के साथ आज होने वाली इस वार्ता में यह तय किया जाएगा कि रूस भी इस योजना में भाग लेता है या नहीं. उल्लेखनीय है कि यदि रूस ने इस मामले में ओपेक देशों का साथ नहीं दिया तो ओपेक देशों को अपनी इस योजना के बारे में दोबारा सोचना होगा यह देश अपने तेल उत्पादन में कमी लेन की योजना को रद्द भी कर सकते है. इस तरह अब यह रूस ही भारत में पेट्रोल और डीज़ल के दाम तय करेगा. ख़बरें और भी गुजरात : संकट के दौर से गुजर रहा हीरा कारोबार, दिवाली वेकेशन बढ़ा, कई कर्मचारियों की नौकरी भी गई सुर्खियां: ये हैं देश और दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी ख़बरें22 दिसंबर को होगी GST कॉउन्सिल की 31वीं बैठक, सस्ती हो सकती है कई वस्तुएं पेट्रोल-डीज़ल : खुशियों पर लगेगा ब्रेक, नए साल में महंगा होगा पेट्रोल-डीज़ल