मुंबई: राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं गुजरात के पश्चात् महाराष्ट्र में भी लंपी वायरस का कहर देखने को मिला है। यहां इस वर्ष लगभग 1,78,072 मवेशी संक्रमित हुए हैं तथा अक्टूबर तक 11,547 की मौत हो चुकी है। इस सिलसिले में सरकार ने मंगलवार को विधान परिषद में खबर दी है। सरकार ने ये भी दावा किया है कि मवेशियों के मारे जाने पर मुआवजा भी बांटा गया है। महाराष्ट्र की NDA सरकार में राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे-पाटिल ने प्रश्नकाल के चलते बताया कि प्रदेश के 36 जिलों में से 33 में लंपी वायरस का कहर देखने को मिला है। यहां 291 तहसीलों में मवेशी लंपी वायरस की चपेट में आकर संक्रमित हुए हैं तथा मौत की खबर प्राप्त हुई है। बता दें कि विधान परिषद में डॉ। मनीषा कयांडे, महादेव जानकर, एकनाथ खड़से एवं अन्य ने लंपी वायरस के सिलसिले में सवाल उठाया था। जिसके जवाब में मंत्री की ओर से जानकारी दी गई है। आगे मंत्री ने बताया कि लंपी वायरस बीमारी से बचाने के लिए लगभग 1।39 करोड़ मवेशियों को गॉट पॉक्स-वायरस का टीका लगाया गया है। विखे-पाटिल ने बताया कि महाराष्ट्र में 1,39,92,304 मवेशियों में से 2।71 प्रतिशत पशु लंपी वायरस से संक्रमित हुए हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, प्रति मृत गाय के लिए 30,000 रुपये, मृत बैल के लिए 25,000 रुपये एवं मृत बछड़े के लिए 16,000 रुपये का मुआवजा दिया गया है। बता दे कि लंपी वायरस के कहर से राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, केरल सहित कई प्रदेशों में मवेशियों की मौत हुई है। तत्पश्चात, सरकारों की ओर से टीकाकरण के कार्य में तेजी लाई गई और मवेशियों को सुरक्षित किया गया। ये रोग खून पीने वाले कीड़ों, जैसे कुछ मक्खियों और मच्छरों द्वारा फैलता है और बुखार की वजह बनता है। बाद में मवेशियों में मृत्यु भी हो जाती है। नववर्ष में MP Vyapam देगी नौकरी की सौगात, मिलेगी अच्छी सैलरी 'सरकारी खर्च पर देश घूमना चाहते हैं नीतीश', BJP ने आखिर क्यों दिया ये बयान? तुनिषा के बाद इस स्टार ने 22 साल की उम्र ने दे दी जान, फैंस हुए हैरान