अब विधानसभा में 'दंगल' करेंगी विनेश फोगाट, योगेश कुमार को पटखनी देकर बनीं विधायक

चंडीगढ़: हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर को हुए मतदान के बाद मंगलवार को वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। इस बार का चुनाव हरियाणा की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अपनी हैट्रिक लगाने की उम्मीद कर रही है, जबकि कांग्रेस लगभग एक दशक बाद सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है। इस चुनाव में प्रमुख पार्टियों में बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP), इनेलो-बसपा गठबंधन और जेजेपी-आजाद समाज पार्टी के बीच सीधी टक्कर है।

मतगणना की शुरुआत सुबह 8 बजे से हो गई है। इस चुनाव में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, और ओलंपियन व कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगाट समेत कई बड़े नेताओं की किस्मत का फैसला होना है। विनेश फोगाट ने जुलाना सीट से चुनाव लड़ा और उन्हें शानदार जीत मिली। उन्होंने 65,080 वोट हासिल कर बीजेपी के योगेश कुमार को हराया, जिन्हें 59,065 वोट मिले। इस जीत ने उन्हें हरियाणा की राजनीति में एक नया चेहरा बना दिया है, जो खेल के क्षेत्र से राजनीति में आए नेताओं की सफलता की कहानी को भी दर्शाता है। राज्य में बीजेपी ऐतिहासिक प्रदर्शन कर रही है और 50 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। यह पार्टी के लिए एक बड़ा मील का पत्थर है, क्योंकि इससे पहले बीजेपी ने कभी हरियाणा में 50 सीटों का आंकड़ा पार नहीं किया था। अगर यह रुझान अंतिम नतीजों में बदलता है, तो यह हरियाणा के इतिहास में बीजेपी का अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन होगा। खास बात यह है कि हरियाणा के इतिहास में किसी भी पार्टी ने लगातार तीन बार चुनाव जीतकर सत्ता में वापसी नहीं की है। यदि बीजेपी यह कारनामा कर पाती है, तो यह राज्य की राजनीति में एक नया रिकॉर्ड स्थापित करेगा।

दूसरी ओर, कांग्रेस इस चुनाव में 35 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। कांग्रेस को शुरूआती रुझानों में बड़ी सफलता मिलती दिखाई दी थी, जिससे पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं में उत्साह था, लेकिन जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ी, बीजेपी ने अपनी स्थिति को मजबूत किया। हालांकि, कांग्रेस नेता अभी भी उम्मीद कर रहे हैं कि अंतिम नतीजे उनके पक्ष में आएंगे, लेकिन अब बीजेपी का बढ़ता दबदबा कांग्रेस के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी और इनेलो-बसपा गठबंधन का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है, जबकि जेजेपी-आजाद समाज पार्टी गठबंधन भी कोई बड़ा उलटफेर नहीं कर पाया है। हरियाणा में यह चुनाव न सिर्फ राज्य की राजनीतिक दिशा तय करेगा, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी इसका प्रभाव महसूस किया जा सकता है, क्योंकि हरियाणा एक प्रमुख राज्य है और यहां की राजनीति का असर केंद्र की राजनीति पर भी पड़ सकता है।

कुल मिलाकर, हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 का परिणाम भारतीय जनता पार्टी के लिए एक ऐतिहासिक सफलता के रूप में सामने आ सकता है, जहां वह राज्य में तीसरी बार सत्ता में वापसी करने वाली पहली पार्टी बनने की ओर अग्रसर है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या कांग्रेस अंतिम समय में कोई बड़ा उलटफेर कर पाएगी, या बीजेपी इस बार भी राज्य में अपनी पकड़ और मजबूत करेगी।

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