X (पहले ट्विटर) पर शीघ्र ही नया अकाउंट क्रिएट करने के लिए उपयोगकर्ताओं को चार्ज देना होगा. लाइव स्ट्रीमिंग के चलते एलॉन मस्क ने बताया कि वे सभी उपयोगकर्ताओं के लिए एक पेड प्लेटफॉर्म बनने की तरफ बढ़ रहे हैं. X ने बताया कि वो एक नए प्रोग्राम को दो देशों में टेस्ट कर रहे हैं. इस प्रोग्राम का नाम 'Not a Bot' है. इस प्रोग्राम को आरम्भ में न्यूजीलैंड और फिलिपींस दो देशों में आरम्भ किया गया है. इन देशों में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर नया अकाउंट क्रिएट करने वाले उपयोगकर्ताओं को 1 डॉलर की फीस देनी होती है. ये फीस दूसरे उपयोगकर्ताओं से इंटरैक्ट करने के लिए ली जाती है. आइए जानते हैं ये क्या है पूरा मामला. Not a Bot प्रोग्राम के तहत उपयोगकर्ताओं को सबसे पहला काम अपना मोबाइल नंबर वेरिफाई कराना होता है. ये नियम नए उपयोगकर्ताओं के लिए भी लागू होता है. जैसे ही कोई यूजर फोन नंबर वेरिफाई करता है, उसे एक सब्सक्रिप्शन प्लान चुनना होता है. इसके लिए उपयोगकर्ता के पास 3 विकल्प- 1 डॉलर प्लान, X प्रीमियम और वेरिफाइड ऑर्गेनाइजेशन होते हैं. इन तीनों ही प्लान में ये सबसे सस्ता विकल्प है. इसमें आपको X पर कई सारे फीचर्स का एक्सेस प्राप्त होता है, जो पहले फ्री हुआ करते थे. कंपनी कमेंट पोस्ट करने, पोस्ट लाइक करने, पोस्ट पर रिप्लाई, कोट या किसी पोस्ट रिपोस्ट करने एवं पोस्ट बुकमार्क करने की सुविधा देती है. बता दें कि ये फीचर्स अभी तमाम उपयोगकर्ताओं के लिए फ्री हैं. नए उपयोगकर्ता सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नया अकाउंट फ्री में क्रिएट कर सकते हैं, मगर उन्हें सीमित एक्सेस प्राप्त होगा. ऐसे उपयोगकर्ता केवल दूसरे उपयोगकर्ताओं के पोस्ट पढ़ सकते हैं, वीडियो देख सकते हैं तथा उपयोगकर्ताओं को फॉलो कर सकते हैं. अब सवाल आता है कि क्या मौजूदा उपयोगकर्ताओं पर इसका कोई प्रभाव पड़ेगा. कंपनी का कहना है कि टेस्ट के चलते मौजूदा उपयोगकर्ताओं पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा तथा उन्हें कोई सब्सक्रिप्शन फीस भी नहीं देनी होगी. मगर जैसा कि इस पोस्ट में कहा गया 'टेस्ट के दौरान', इससे पता लगता है कि सब इस सर्विस को सभी उपयोगकर्ताओं के लिए लागू किया जाएगा, तो उन्हें चार्ज देना होगा. आप सोच रहे होंगे कि वर्षों तक मुफ्त सर्विस देने वाला ट्विटर, X बनने के पश्चात् से पैसे क्यों ले रहा है. कंपनी का कहना है कि ऐसा मुनाफा कमाने के लिए नहीं बल्कि स्पैम और बॉट्स की संख्या को कम करने के लिए किया जा रहा है. कंपनी ने बताया कि नए टेस्ट को छोटी सी फीस के साथ प्लेटफॉर्म की सर्विसेस का एक्सेस देने के साथ बॉट्स तथा स्पैम की संख्या कम करने के लिए डेवलप किया गया है. इसका मकसद मुनाफा कमाना नहीं है. सोनोस एरा 300, एरा 100 स्पीकर लॉन्च, प्रीमियम क्वालिटी साउंड देगा कब लॉन्च होगा गगणयान और अंतरिक्ष में कब बनेगा भारत का स्पेस स्टेशन ? ISRO और PMO ने कर दिया ऐलान यदि आप रेंज रोवर वेलार 2023 खरीदने का इरादा रखते हैं, तो पहले इस समीक्षा को पढ़ें!