नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को त्रिपुरा राज्य में नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) के कार्यान्वयन की रिपोर्ट से इंकार कर दिया है. इससे पहले बताया गया था कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक के बाद त्रिपुरा के स्वदेशी राष्ट्रवादी पार्टी (आईएनपीटी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने दावा किया है कि त्रिपुरा में एनआरसी लागू किया जा सकता है, हालांकि गृह मंत्रालय ने इस बात का खंडन करते हुए कहा है कि ये रिपोर्ट बिल्कुल गलत हैं. रवि शास्त्री के कारण द्रविड़ को नहीं मिल पाई बड़ी जिम्मेदारी - सौरभ गांगुली गृह मंत्रालय ने आगे कहा कि त्रिपुरा राज्य में एनआरसी के कार्यान्वयन के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा किसी भी तरह का आश्वासन नहीं दिया गया है. गृह मंत्रालय के बयान में जोर दिया गया है कि त्रिपुरा में एनआरसी के मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. इससे पहले बिजॉय कुमार हरंगखवाल के नेतृत्व में आईएनपीटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजनाथ सिंह से गुरुवार को त्रिपुरा राज्य में नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) के कार्यान्वयन की मांग की. अटल विकास यात्रा: अमित शाह ने लगाया आरोप, कहा कोयले तक की चोरी की है कांग्रेस ने बैठक के बाद, हरांगखवाल ने पत्रकारों को बताया कि त्रिपुरा में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की एक बड़ी आबादी है और हमने गृह मंत्री से अनुरोध किया है कि केंद्र को असम जैसे त्रिपुरा में एनआरसी लागू करना चाहिए. बैठक में संतोष व्यक्त करते हुए, आईएनपीटी प्रमुख ने कहा था कि गृह मंत्री ने अपनी सभी मांगों को धैर्य के साथ सुना है, उन्होंने दावा किया कि मंत्री ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को देखा जाएगा. खबरें और भी:- दिग्विजय सिंह की केंद्र सरकार को खुली चुनौती, अगर नक्सलियों से संबंध है तो मुझे गिरफ्तार कर के दिखाए ! मोदी सरकार में शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव हुए है - बीजेपी 2990 करोड़ में बनी लौह पुरुष की विश्व की सबसे ऊंची इमारत, चीन दे रहा आखिरी रूप