नई दिल्ली : दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रसंगठन एनएसयूआई की इकाई के कुछ छात्रों द्वारा दशहरा उत्सव पर रावण के पुतले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कुछ चर्चित नेताओं और हस्तियों को चित्र लगाकर रावण का पुतला जलाया गया था। मगर अब इस घटना में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने ही आपत्ती ली है। संगठन की पुतला जलाने वाली इकाई के छात्रों को कारण बताओ नोटिस जेएनयू ने ही थमाया है। दरअसल एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने कहा है कि वे इस तरह की किसी भी बात का समर्थन नहीं करते हैं। जिसमें किसी के पुतले को जलाने की बात शामिल हो। जेएनयू में सक्रिय छात्र संगठन एनएसयूआई के प्रमुख नेताओं ने कहा कि इस तरह से नेताओं का पुतला जलाना सही कदम नहीं है यह युवाओं में अशांति लाता है। गौरतलब है कि विजयादशमी के अवसर पर विश्वविद्यालय में रावण दहन किया गया था। रावण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, योग गुरू बाबा रामदेव सहित अन्य नेताओं और हस्तियों के चित्र लगाकर उसका दहन किया गया था। इस मामले में एक वीडियो सोश्यल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो की जमकर आलोचना हुई थी।