तिरुवनंतपुरम: कोरोना संक्रमण के वजह से विद्यालय के बंद रहने के मद्देनजर केरल सरकार द्वारा एक जून से प्रारंभ की गई ऑनलाइन कक्षाओं का आंकड़ा 1 हजार को पार गया है. शिक्षा डिपार्टमेंट द्वारा प्रदेश में शिक्षा के लिए बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी के जरिए इसकी पहल की गई थी जिसे अंतरिम योजना के रूप में ‘फर्स्ट बेल’ का नाम दिया था. क्लासेज के अध्यापकों और विधालय के हेडटीचर्स या प्रधानाचार्यों को यह सुनिश्चित करना होता है कि स्टूडेंट्स के पास टीवी, स्मार्टफोन या कंप्यूटर और क्लासेज में शामिल होने के लिए इंटरनेट है. यदि ऐसा नहीं है, तो उन्हें वास्तविक वक्त में या बाद में मौजूद होने के लिए छात्रों के लिए एक ऑप्शन खोजने की जरूरत होती है. विक्टर्स चैनल पर सत्र काइट विक्टर्स वेबसाइट, मोबाइल ऐप और इनटरनेट पेजों पर एक साथ अवेलेबल हैं. फर्स्ट बेल आयोजन के तहत 274 कन्नड़ माध्यम की क्लासेज और 163 तमिल माध्यम की क्लासेज के अलावा काइट विक्टर्स चैनल के जरिए 604 क्लासेज प्रसारित की गईं, जिन्हें प्रदेश में स्थानीय केबल नेटवर्क के जरिए से प्रसारित किया गया था. बता दें की शिक्षा डिपार्टमेंट ने 2 लाख से जयादा ऐसे छात्रों की पहचान की थी जिनके पास ऑनलाइन क्लासेज के लिए फैसिलिटीज की कमी थी और उन्हें पड़ोसियों के टीवी या इंटरनेट फैसिलिटीज़, पास में रहने वाले फ्रेंड्स, लाइब्रेरी या अक्षय सेंटरों समेत विकल्पों का सुझाव दिया था. काइट के मुख्य कार्यकारी अफसर के अनवर सदथ ने इस बारें में बताया है कि प्रायोजक और आम फैसिलिटीज के जरिए से, इस मुद्दे को बड़े पैमाने पर हल किया गया है. उन्होंने बोला है कि कई अच्छे संगठन अब भी जरूरतमंद छात्रों को सहायता की पेशकश कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी के पास फरियाद लेकर पहुंची महिला को रोका, जाने पूरा मामला मध्यप्रदेश में भीषण हादसा, 8 लोगों की मौत, धड़ से अलग हुआ बच्ची का सिर उत्तर प्रदेश: राजभवन के सामने प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी हुए गिरफ्तार