नई दिल्ली: मंगलवार, 15 अगस्त 2023 को 77वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सरपंचों, नर्सों से लेकर निर्माण श्रमिकों तक लगभग 1,800 लोग शामिल होंगे। समारोह में शामिल होने के लिए उनके जीवनसाथियों को भी आमंत्रित किया गया है। यह पहल सरकार के 'जनभागीदारी' दृष्टिकोण के अनुरूप की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, विशिष्ट अतिथियों में देश भर के 660 से अधिक गांवों से आए 400 से अधिक सरपंच, किसान उत्पादक संगठनों के 200 अतिथि और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के 50-50 प्रतिभागी शामिल हैं। इन मेहमानों के अलावा 50 निर्माण श्रमिक भी होंगे, जिन्होंने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर काम किया और नए संसद भवन के निर्माण में मदद की। अतिथि सूची में 50 खादी कार्यकर्ता, सीमा सड़कों के निर्माण में शामिल कार्यकर्ता, अमृत सरोवर का निर्माण और हर घर जल योजना में काम करने वाले लोग भी शामिल हैं। सरकार ने इस बड़े आयोजन के लिए 50 प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों, नर्सों और मछुआरों को भी आमंत्रित किया है। इनमें से कुछ मेहमानों को दिल्ली प्रवास के दौरान राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा करने और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से मुलाकात करने का भी अवसर मिलेगा। इसके अलावा इस कार्यक्रम को मनाने के लिए विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 75 जोड़े भी लाल किले पर समारोह में शामिल होंगे, जो अपनी पारंपरिक पोशाक पहने होंगे। इस साल देश 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, ऐसे में पीएम मोदी लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराएंगे। इस वर्ष के समारोह का समापन 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' समारोह के साथ होगा, जिसे प्रधानमंत्री द्वारा 12 मार्च 2021 को अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से शुरू किया गया था। स्वतंत्रता दिवस से पहले पूरी दिल्ली में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। 'हमें देश के लिए जीने से कोई नहीं रोक सकता..', अमित शाह ने तिरंगा यात्रा को दिखाई हरी झंडी, दिखा जबरदस्त उत्साह 'अपनी सोशल मीडिया DP पर तिरंगा लगाएं..', हर घर तिरंगा अभियान के तहत पीएम मोदी की देशवासियों से अपील देवी अहिल्या बाई: परोपकार और न्याय का दूसरा नाम