तमिलनाडु। तमिलनाडु की राजनीति पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के निधन के बाद ऊहापोह की स्थिति में आ गई है। दरअसल जहां एआईएडीएमके की महासचिव शशिकला ने खुद को महासचिव पद से आगे जाकर कार्य करने का प्रयास किया है वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीरसेलवम द्वारा 50 विधायकों के समर्थन का दावा कर दिया गया। पार्टी के महासचिव द्वारा इस मामले में निशाना साधा गया है। मिली जानकारी के अनुसार राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की चिकित्सालय में मौत हो गई थी और उसकी मौत को लेकर तरह तरह के सवाल उठाए गए। इस मामले मेें पन्नीर सेल्वम द्वारा जांच के आदेश दिए गए हैं। पन्नीरसेल्वम ने आारोप लगाया कि उनके विरूद्ध गलत आरोप लग रहे हैं। उन्होंने कभी भी पार्टी को धोखा नहीं दिया और न ही पार्टी में अनुुशासनहीनता की है। हां पार्टी के काडर द्वारा कहा जाएगा तो वे अपना इस्तीफा सौंप देंगे। पन्नीरसेल्वम मुख्यमंत्री पद तो गंवा चुके हैं साथ ही उन्हें पार्टी के कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। हालांकि उन्होंने कहा है कि उन्होंने पार्टी के साथ किसी तरह की गद्दारी नही की है। इसके बाद भी उन्हें अम्मा के बीमार रहते समय चिकित्सालय में अंदर नहीं जाने दिया गया और एक भी दिन वे अम्मा से नहीं मिल पाए। उन्होंने कहा कि अम्मा ने ही मुझे पद सौंपा था और मैं एआईएडीएमके का कट्टर कार्यकर्ता हूं। विपक्षी दलों के नेताओं को देखकर मुस्कुराना कोई गुनाह नहीं है ऐसा करके मैंने किसी तरह का गुनाह नहीं किया है। पन्नीरसेल्वम द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर शशिकला ने अपने समर्थकों को कहा कि पन्नीरसेल्वम पर किसी तरह का दबाव नहीं है मगर पार्टी में किसी तरह की मुश्किल भी नहीं है। पार्टियों के विधायक एक ही हैं। ये भी पढ़े - जलीकट्टू को लेकर तमिलनाडु में उठ रहा जलजला तमिलनाडु की नई मुख्यमंत्री बन सकती हैं शशिकला, आज होगी AIADMK की बैठक तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम ने दिया इस्तीफा, शशिकला बनेगी नई मुख्यमंत्री