देश से आए दिन कई तरह के केस सामने आते रहते है वही इस बीच ओडिशा के एक सरकारी अस्पताल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा एक आरोपी (गैंगस्टर) शनिवार दोपहर हॉस्पिटल से अवसर पाते ही भाग गया। पुलिस की निगरानी में रहते हुए अपराधी के भाग जाने से पूरे पुलिस विभाग पर प्रश्न उठने लगे हैं। रश्मि मोहापात्रा के क़त्ल के केस में 2015 से आजीवन कारावास की सजा काट रहे शेख हैदर को सर्जरी के लिए 12 दिन पूर्व संबलपुर सर्कल जेल से कटक के श्रीराम चंद्र भंज मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल लाया गया था। वही शनिवार दोपहर को आरोपी हैदर सर्जरी विभाग से अचानक भाग गया। हैरान कर देने वाली बात यह रही कि हैदर की हालत का मुआयना करने तथा उसे इंजेक्शन देने के लिए सर्जरी विभाग में गया संतरी भी बेहोशी की स्थिति में पाया गया। नर्स ने कहा कि जब मैं शाम को लगभग 5।30 बजे सर्जरी विभाग पहुंचा। तब मैंने संतरी को वहां बेहोश पाया। हालांकि मैंने उसे जगाया, लेकिन वो होश में नहीं था। नर्स ने कहा कि हैदर भी अपने बिस्तर पर उपस्थित नहीं था। पुलिस के सीनियर अधिकारीयों ने कहा कि गैंगस्टर की सुरक्षा तथा निगरानी के लिए तैनात पुलिस ने ढिलाई रखी है। उन्होंने कहा कि संबलपुर के पुलिस अफसरों की यह जिम्मेदारी बनती थी कि वो आरोपी की सुरक्षा सुनिश्चित करे। आरोपी की निगरानी के लिए केवल एक ही पुलिस हैदर के साथ भेजी गई थी। सीनियर अफसरों ने कहा कि हमें यह तक नहीं बताया गया कि बीते 12 दिनों से SCB मेडिकल कॉलेज तथा हॉस्पिटल में गैंगस्टर का उपचार चल रहा था। हमें यह खबर तब दी गई, जब आरोपी हॉस्पिटल से फरार हो गया। कटक के पुलिस उपायुक्त प्रतीक सिंह ने कहा कि ड्यूटी पर उपस्थित सुरक्षाकर्मी को हैदर के मददगारों द्वारा एक सॉफ्ट ड्रिंक दी गई थी, जिसके पश्चात् वो बेहोश हो गया। हालांकि एक अन्य अफसर ने दावा किया कि गार्ड को कथित रूप से हैदराबादी बिरयानी खिलाई गई, जिसमें ड्रग्स मिलाया गया था। पुलिस ने बताया कि वो पड़ताल कर रहे हैं कि हॉस्पिटल के भीतर हैदर की सहायता किसने की। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को किया फोन, संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए दिया ये सुझाव मुख्यमंत्री जगन ने अपनी आगामी तिरुपति बैठक की रद्द, जानिए क्यों? इंडिकेटर्स के बगैर टू-व्हीलर चलाने वालों पर लगेगा भारी जुर्माना, जानिए क्या है ट्रैफिक पुलिस के नए नियम