संबलपुर: प्रसिद्ध सर्वोदय नेता और सोशल वर्कर भागवत प्रसाद नंदा का यहां उनके घर पर देहांत हो गया। वह 82 साल के थे। पारिवारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह सुचना दी। नंदा, लंबे वक़्त से बीमार थे। बृहस्पतिवार को उनका देहांत हो गया। उनके परिवार में उनकी वाईफ, दो बेटे तथा एक बेटी हैं। सीएम दफ्तर ओडिशा ने शुक्रवार को ट्वीट किया, 'मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सर्वोदय लीडर भागवत प्रसाद नंदा के देहांत पर शोक जाहिर किया है। साथ ही सीएम ने कहा कि उनका भूदान आंदोलन से जुड़ना गरीबों तथा भूमिहीन कृषकों के प्रति उनकी चिंताओं को दिखाता है। साथ ही सीएम ने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं तथा दिवंगत आत्मा की शांति के लिए कामना की।' ओडिशा के कांग्रेस प्रेसिडेंट निरंजन पटनायक ने भी नंदा के देहांत पर शोक जाहिर किया है। नंदा का जन्म 14 दिसंबर, 1937 को बोलांगीर में हुआ था। वह ओडिशा सर्वोदय परिषद के प्रेसिडेंट थे। वही वह आचार्य हरिहर दास के नेतृत्व में 1959 में भूदान पदयात्रा से संबंधित तथा बाद में कॉलेज की एजुकेशन पूरी होने के पश्चात् वह सर्वोदय आंदोलन से जुड़ गए। कटक में लॉ के अध्ययन के दौरान 1962 में गांधी स्मारक निधि के तहत वह गांधी तत्व प्रचारक बने। वह 1963 में विनोबा भावे की ओडिशा पदयात्रा के चलते भी उनके साथ रहे। तत्पश्चात, नंदा कांग्रेस से जुड़ गए तथा ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति के श्रम प्रकोष्ठ के सेक्रेटरी भी रहे। वही उनके निधन से शोक कि लहर छा गई है। शिवसेना का मोदी सरकार पर तंज, कहा- कश्मीर से धारा 370 हटाई, अब वहां फिल्म सिटी बना दो बिहार में लागू हुई आचार संहिता, सीएम नितीश और डिप्टी सीएम मोदी ने अपने सरकारी वाहन लौटाए कांग्रेस ने कृषि बिल को बताया 'ईस्ट इंडिया कंपनी का राज', मोदी सरकार पर यूँ साधा निशाना