22 अक्टूबर, रविवार को शारदीय नवरात्रि का आठवां दिन है। शारदीय नवरात्रि के आठवें दिन मां के आठवें स्वरूप मां महागौरी की पूजा- अर्चना की जाती है। नवरात्रि के चलते मां के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के आठवें दिन का महत्व बहुत अधिक होता है। इस दिन कन्या पूजन भी किया जाता है। मां महागौरी का रंग अंत्यत गोरा है। इनकी चार भुजाएं हैं तथा मां बैल की सवारी करती हैं। मां का स्वभाव शांत है। महागौरी का नाम संस्कृत में "महा" और "गौरी" से लिया गया है, जो दोनों ही शब्दों का अर्थ होता है - "महान" और "सफेद"। इस नाम का अर्थ होता है "शुद्ध और महान व्यक्ति जो आकाश में उठी हुई है।" ऐसे में आज मां महागौरी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें ये चीजें अर्पित करें:- मां महागौरी का स्वरूप:- इनका ऊपरी दाहिना हाथ अभय मुद्रा में रहता है एवं निचले हाथ में त्रिशूल है। ऊपर वाले बाएं हाथ में डमरू जबकि नीचे वाला हाथ शांत मुद्रा में है। भोग:- अष्टमी तिथि के दिन मां महागौरी को नारियल या नारियल से बनी चीजों का भोग लगाया जाता है। मां महागौरी का प्रिय पुष्प:- मां का प्रिय पुष्प रात की रानी है। इनका राहु ग्रह पर आधिपत्य है, यही वजह है कि राहुदोष से मुक्ति पाने के लिए मां महागौरी की पूजा की जाती है। मां महागौरी के लिए मंत्र:- सर्वमङ्गल माङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोsस्तुते।। आज रात में कर लें बस ये एक काम, पूरे होंगे बड़े बंगले और गाड़ी लेने के सपने आज इन मंत्रों का जाप कर माँ कालरात्रि को करें प्रसन्न आज मां कालरात्रि की पूजा के दौरान रखें इन बातों का ध्यान