नई दिल्ली: बैडमिंटन असोसिएशन ऑफ इंडिया के आला अधिकारियों पर आरोप लगा है कि उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खिलाड़ी बताकर जापान दौरे पर ले गए,वही इस आरोप में पूर्व राज्यसभा सांसद डॉक्टर अखिलेश दास गुप्ता भी शामिल है, फ़िलहाल अब इस पुरे मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है. इस मुद्दे पर सीबीआई सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसी को पता चला था कि बीएआई और डीसीबीए अधिकारियों ने 2014 में 23 खिलाड़ियों को जापान भेजने में काफी भेदभाव किया हैं. वही कार्यक्रम का आयोजन जापान सरकार ने यूथ स्पोर्ट्स एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत तोक्यो में किया था. साथ ही खिलाड़ियों के साथ दो सुपरवाइजर भी थे. जापान सरकार ने इस पूरे कार्यक्रम का खर्चा उठाया था. इस कार्यक्रम का मकसद एशियाई देशों में जापानी संस्कृति और नैतिक मूल्यों को फैलाना था. वही आरोप में फसे अखिलेश दास ने मीडिया से कहा कि यह एक शहर स्तर का कार्यक्रम था और बीएआई का इससे कोई लेना-देना नहीं था. जहा तक मेरे परिवार की बाद है तो वहा सिर्फ मेरी बेटी गई थी जिसे तोक्यो के लिए डीसीबीए ने चुना था और मैं उस चयन प्रक्रिया में शामिल नहीं था टीम इंडिया की जर्सी से हटेगा STAR माइकल क्लार्क ने विराट को लेकर की टिप्पणी ख़राब पिच होने के कारण पिच क्यूरेटर समीक्षा के दायरे में