कैब सर्विस के क्षेत्र में सबसे बड़े मोबिलिटी प्लेटफॉर्म Ola को चलाने वाले Ola ग्रुप ने दिल्ली शहर में कोविड-19 के राहत उपायों में सहयोग देने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री राहत कोष (CMRF) में 50 लाख रूपये देने का संकल्प लिया है. ओला ग्रुप की विभिन्न व्यवसाय इकाइयां हैं, जैसे इसकी राइड-हेलिंग आर्म ओला मोबिलिटी, ओला फाइनेंशियल सर्विसेज, ओला फूड्स और ओला इलेक्ट्रिक. सनी लियोनी ने फैंस को सिखाया डायपर से इमरजेंसी मास्क बनाना अपने बयान में ओला ग्रुप के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी भाविश अग्रवाल ने कहा, "कोविड-19 के विरूद्ध लड़ाई में हम दिल्ली सरकार के प्रयासों के साथ खड़े हैं. मुख्यमंत्री राहत कोष इस समय सबसे बुरी तरह प्रभावित लोगों को जमीनी स्तर पर राहत और सहायता देने में महत्वपूर्ण है. इस कोष में अपने विनम्र योगदान के साथ हम अग्रिम पंक्ति के हजारों कर्मचारियों, कानून लागू करवाने वालों, सरकारी अधिकारियों और स्वयंसेवियों की निस्वार्थ सेवा के प्रति आभार जताते हैं, जो इस महामारी से लड़ रहे हैं." 25 करोड़ दान देने को लेकर इस एक्टर ने साधा निशाना, कहा- 'रकम बताना जरुरी है क्या' आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कंपनी की सामाजिक कल्याण शाखा, ओला फाउंडेशन ने हाल ही में ‘ड्राइव द ड्राइवर फंड’ लॉन्च किया था. इस फंड का उद्देश्यक नागरिकों और संस्थानों के लिए ओला ग्रुप और एक क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यपम से देश भर में कैब, ऑटो-रिक्शा, और काली-पीली टैक्सी चालकों का समर्थन करना है. ओला समूह और उसके कर्मचारियों ने पहले ही इस कारण से 20 करोड़ रुपये का योगदान दिया है, जबकि भाविश अग्रवाल, सह-संस्थापक एवं सीईओ, ओला ने फंड के लिए अपना 1 साल का वेतन छोड़ा है. यह दीर्घकालिक निधि इस महामारी के माध्यम से और इससे प्रभावित समुदायों को चिकित्सकीय आपात स्थितियों के लिए वित्तीय सहायता के साथ-साथ चालक समुदायों में आवश्यक आपूर्ति वितरण सहित विभिन्न माध्यमों से ड्राइवरों और उनके परिवारों की मदद करेगी. ओला ग्रुप ने पिछले सप्ताह पीएम केयर्स फंड में भी 5 करोड़ की राशि का योगदान दिया था. शादी करके लौट रहे दूल्हे की कार हुई हादसे का शिकार, दुल्हन समेत 6 लोग घायल आधे सिर में दर्द से हैं परेशान तो अजवाइन दिला सकती है छुटकारा भारी मात्रा में कोरोना टेस्टिंग किट चीन से भारत पहुंची, थम सकता है वायरस का प्रकोप