नई दिल्ली। दिल्ली मे यमुना नदी की बाढ़ लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले कुछ दिनो से यमुना नदी का जलस्तर लगातार खतरे के निशान से ऊपर ही चल रहा है। रविवार रात नदी का जलस्तर बहुत ज्यादा बढ़ कर 205.53 मीटर हो जाने पर उत्तरी रेलवे ने सुरक्षा के लिहाज से पुराना यमुना रेल ब्रिज, जिसे लोहा पूल के नाम से भी जाना जाता है उसपर से ट्रेन का आवागमन बंद कर दिया था। लेकिन अब इसे ट्रेनों की आवाजाही के लिए फिर से खोल दिया गया है। इस ब्रिज को बंद किए जाने के बाद से उत्तरी रेल्वे का रेल यातायात बुरी तरह से ठप हो गया , जिससे रेलवे को घाटा भी हो रहा है और रेल यात्रियो को भी बहुत मुसकीलों का सामना करना पड़ । इन परेशानियों से उबरने के लिए उत्तरी रेल्वे ने रेल संचालन का एक नया संशोधित प्लान लागू किया है। इस प्लान के अनुसार 27 पैसेंजर ट्रेनों को कैन्सल कर दिया गया है और सात पैसेंजर ट्रेनों के रूट बादल दिये गए है। इसके अलावा 14 अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों के रूट भी बदल दिये गए है। ये जानकारी उत्तरी रेल्वे के प्रवक्ता नितिन चौधरी ने साझा की। आपको बता दे कि शनिवार को ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चीफ सेक्रेटरी और फ़्लड कंट्रोल डिपार्टमेंट के साथ बाढ़ से शहर को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए मीटिंग की थी। इस बाढ की मुख्य वजह हरयाणा के हथनीकुंड बांध से पाच लाख क्यूसेक पानी छोड़ना है। इस दौरान अधिकारी और दिल्ली पुलिस फोर्स निचले इलाके में रह रहे लोगों को निकालने का काम भी कर रहे है। खबरें और भी यमुना का जलस्तर खतरे से ऊपर, बाढ़ की त्रासदी झेलेगी दिल्ली दिल्ली डूबने का खतरा बढ़ा, उफान पर हैं कई नदियां दिल्ली में दोहरा जल संकट, यमुना का जल स्तर बढ़ने से 72 घंटे तक अलर्ट