चंडीगढ़ : हरियाणा के पशुपालन और डेरी मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने विधानसभा में आश्चर्यजनक बयान दिया है। उनके बयान पर तरह-तरह की चर्चा हो रही है। दरअसल धनखड़ ने राज्य में आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या हेतु विदेशी सांड को जवाबदार बताया। मिली जानकारी के अनुसार विधानसभा में हुई बहस के दौरान धनखड़ ने एक टिप्पणी करते हुए कहा था कि विदेशों में जैसा लोगों का कैरेक्टर है वैसा ही कैरेक्टर सांडों का भी है। उनका कहना था कि विदेशी सांड प्रजनन चक्र का ध्यान नहीं रखते हैं वे भैंसों का शोषण करते हैं। उनकी इस तरह की टिप्पणी पर कई तरह की प्रतिक्रियाऐं आई हैं। कई लोग इनकी बात पर बेहद आश्चर्य जता रहे हैं। दरअसल वर्ष 2012 का उल्लेख करते हुए मंत्री धनखड़ ने कहा कि हरियाणा में सांड की संख्या देखी जाए तो यहां करीब 1.59 लाख सांड बताए गए हैं। इनमें से देशी और विदेशी दोनों नस्ल के सांड भी शामिल हैं। इन सांडो की बढ़ती संख्या में रोक लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिनमें 22 हजार सांडों को बधिया करवाया गया है। धनखड़ का कहना है कि यदि इन सांडों को बधिया न किया जाए तो फिर गौ शाला वाले इन्हें स्थान नहीं देते हैं। उनका कहना था कि स्थानीय नस्ल को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा पहले 4 दशक से क्राॅस बीडिंग कार्यक्रम के अंतर्गत होने वाले प्रजनन पर रोक लगा दी। मंत्री धनखड़ ने कहा है कि इस मामले में सरकार अमेरिका में अध‍िकारियों से चर्चा कर रही है। जिससे क्राॅस बीडिंग को रोका जा सके।