जम्मू: नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के नेता उमर अब्दुल्ला ने बुधवार, 17 अक्टूबर, 2024 को जम्मू-कश्मीर के केन्द्रशासित प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। यह शपथ ग्रहण कार्यक्रम जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है, क्योंकि उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर केन्द्रशासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने हैं। उमर अब्दुल्ला के मुख्यमंत्री बनने की प्रक्रिया को लेकर कई बातें सामने आई हैं। उनकी सरकार में नेशनल कॉन्फ्रेंस की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस शामिल नहीं है। कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि वह उमर अब्दुल्ला की सरकार को बाहर से समर्थन देगी। ऐसा बताया जा रहा है कि कांग्रेस को सरकार में केवल एक मंत्री पद मिल रहा था, जो उसे संतोषजनक नहीं लगा। इसके परिणामस्वरूप, कांग्रेस ने सरकार में शामिल होने का निर्णय नहीं लिया, जबकि वह उमर अब्दुल्ला की नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन देने के लिए सहमत है। उमर अब्दुल्ला की नई सरकार को विभिन्न दलों का समर्थन भी प्राप्त है, जिसमें CPI (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया), AAP (आम आदमी पार्टी) और निर्दलीय विधायक सम्मिलित हैं। इस प्रकार, उनकी सरकार को एक विस्तृत राजनीतिक आधार मिल रहा है, जो इसे स्थायित्व प्रदान कर सकता है। जम्मू-कश्मीर के केन्द्रशासित प्रदेश बनने के बाद हाल ही में विधानसभा चुनाव सम्पन्न हुए थे। इन चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस एवं कांग्रेस का गठबंधन स्पष्ट बहुमत हासिल करने में सफल रहा था। हालांकि, अब नेशनल कॉन्फ्रेंस अकेले दम पर बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है, जिससे यह संकेत मिलता है कि पार्टी को जनसमर्थन में मजबूती मिली है। ससुराल में महिला के साथ अमानवीयता, 16 साल तक सहा जुर्म, अब हुई मौत 'मस्जिद से आए थे हमलावर', सुधाकर तिवारी ने बताया दुर्गा-विसर्जन जुलूस पर कैसे हुआ हमला? पेशाब से आटा गूंथती थी नौकरानी, पूरे परिवार का ख़राब हुआ लिवर तो खुली पोल