जम्मू/ कश्मीर। नेशनल काॅन्फ्रेंस के प्रमुख उमर अब्दुल्ला ने अनुच्छेद 370 को लेकर कहा है कि भाजपा अनुच्छेद 370 को रद्द करने के लिए न्यायपालिका के माध्यम से कोई चाल चल सकती है। ऐसा उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को आगाह करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने संभवतः यह माना कि वे अनुच्छेद 370 खत्म करने हेतु विधायिका का उपयोग नहीं कर सकते, उनका कहना था कि यह अनुच्छेद राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है यह राज्य को विशेष शक्तियां प्रदान करता है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जो लोग आतंकवाद के लिए जवाहरलाल नेहरू, मेरे पिता और मेरे दादा जी को जवाबदार बताते हैं क्या वे शांति बहाली में नाकाम रहने के लिए खुद की जिम्मेदारी ले सकते हैं। आखिर वे नाकाम रहे तो फिर वे जवाबदार क्यों नहीं बनते। उनका कहना था कि अनुच्छेद 370 को बदला नहीं जा सकता है यदि ऐसा होता है तो फिर यह गलत होगा। अब्दुल्ला का कहना था कि कश्मीर में जो हिंसा हुई उसकी जिम्मेदारी सीएम महबूबा मुफ्ती को लेना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 से 2010 के बीच हिंसा हुई थी मगर इस दौरान हमने किसी को जवाबदार नहीं बताया। कश्मीर में कुदरत का कहर, हिमस्खलन से 5 जवानों की मौत, 4 लापता कश्मीर में कुदरत का कहर, बर्फीले तूफान से अब तक 10 जवान शहीद बर्फ में बनी रखवालोें की समाधि, हिमस्खलन से 15 जवान शहीद