श्रीनगर: शुक्रवार, 6 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता उमर अब्दुल्ला ने राष्ट्रीय स्तर पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की कड़ी आलोचना की। गंदेरबल में एक सभा को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार की तीखी आलोचना की। उन्होंने उत्तर प्रदेश में मुसलमानों की संपत्तियों पर लगातार बुलडोजर चलाने की निंदा की और हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा इन कार्रवाइयों को स्वीकार किए जाने के बाद इसे अवैध बताया। अब्दुल्ला ने मस्जिदों और मदरसों को जबरन बंद किए जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की हरकतें बीजेपी के इशारे पर मुसलमानों को बदनाम करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा हैं। अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में भी इसी तरह के उपायों के बारे में चिंता व्यक्त की, और इस क्षेत्र को स्थानीय स्तर पर ऐसी स्थितियों को लागू करने वाली ताकतों से बचाने की आवश्यकता पर बल दिया। उनकी टिप्पणी भाजपा नेता राम माधव द्वारा लगाए गए आरोपों के जवाब में आई, जिन्होंने दावा किया था कि नेशनल कॉन्फ्रेंस को पूर्व आतंकवादियों से समर्थन मिल रहा है। अब्दुल्ला ने माधव को इन दावों के सबूत पेश करने की चुनौती दी। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में बुलडोजर की कार्रवाई के मुद्दे को संबोधित करते हुए कहा था कि इस तरह की तोड़फोड़ बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के केवल आरोपों के आधार पर नहीं की जा सकती। न्यायालय ने इस बात पर जोर दिया कि भले ही कोई दोषी पाया जाता है, लेकिन उसकी संपत्ति को ध्वस्त करने के लिए निर्धारित कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार की कार्रवाई को साहसिक बताते हुए उसका बचाव किया, जबकि समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के रुख का मजाक उड़ाया और सुझाव दिया कि उन्हें बुलडोजर को अपने चुनाव चिह्न के रूप में इस्तेमाल करके चुनाव लड़ना चाहिए। मणिपुर में फिर रॉकेट अटैक, एक शख्स की मौत 'मुझसे नफरत करते हैं दिल्ली में बैठे नेता..', किसपर था उमर अब्दुल्ला का निशाना ? 'मुझे जुम्मे की नमाज़ पढ़ने से रोका गया..', जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर हुर्रियत चीफ का आरोप