कर्नाटक की राजधानी बंगलूरू में एक ऐसा केस सुनने को मिला, जिसने हर किसी को चौका दिया। दरअसल, यहां रहने वाले एक दंपती को सरोगेसी से अपने घर का 'चिराग' मिला था। जंहा एक वर्ष के उपरांत जब दंपती अपने बेटे का पहला जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रहे थे, तब उन्हें पता चला कि वह बच्चा तो एक वर्ष पहले किडनैप कर लिया गया था। इस केस में कथित सरोगेसी कराने वाली चिकित्सक को बच्चा चोरी करने के इलज़ाम में हिरासत में लिया जा चुका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह है पूरा मामला: जंहा इस बात का पता चला है कि विजयनगर में रहने वाली डॉ. रश्मि शशिकुमार बनेरघट्टा रोड स्थित एक निजी हॉस्पिटल में काम करते है। वह बेलगावी जिले के किक्कोडी से सम्बन्ध रखती है। मिली जानकारी के अनुसार उसने सरोगेसी के माध्यम से एक दंपती को बच्चा दिलाने की पेशकश की थी। जिसके बदले में उसने 14.5 लाख रुपये लिए थे और मई 2020 के दौरान बच्चा सौंप दिया था। पुलिस घर पहुंची तो सामने आया सच: इतना ही नहीं उन्हें इस बच्चे को ट्रेस करने में 1 वर्ष लग गया। वह मई 2020 के बीच हॉस्पिटल से चोरी हुआ था। शनिवार (29 मई) को पुलिस टीम कर्नाटक उत्तर के कोप्पल पहुंची और दंपती को पूरे मामले की सूचना दी। यह सुनकर दंपती को झटका लग गया। उन्होंने कहा, 'वे तो सिर्फ इतना जानते थे कि यह बच्चा सरोगेसी के द्वारा मिला था। वे अब तक सरोगेसी करने वाली महिला से मिले तक नहीं थे।' जिसके उपरांत पुलिस ने बच्चे का डीएनए टेस्ट किया गया था, जिससे उसके बायलॉजिकल माता-पिता की पुष्टि हो गई। इसके बाद डॉ. रश्मि को हिरासत में ले लिया गया था। उसे उसकी 45 दिन की बेटी के साथ जेल भेज दिया गया। मई 2020 में चोरी हुआ था बच्चा: गौरतलब है कि 29 मई 2020 के दिन रश्मि ने चामराजपेट स्थित BBMP सरकारी हॉस्पिटल से बच्चे को चोरी किया था। बच्चे के पिता नवीद पाशा और मां हुस्ना बानो काम की तलाश में आंध्रप्रदेश से चामराजपेट आए थे। नवीश ऑटो ड्राइवर है। बच्चे का जन्म 29 मई को सुबह 7:50 बजे के पास हुआ था। तकरीबन 10 बजे जब नवीद अपनी एक रिश्तेदार को घर छोड़ने गया था, तब एक महिला डॉक्टर ने हुस्ना से वार्तालाप की थी। वहीं, डॉक्टर की सलाह पर अटेंडेंट ने महिला को एक दवा दी, जिसे खाकर वह सो गई। करीब 45 मिनट बाद उसकी नींद खुली तो बच्चा चोरी हो चुका था। भारत में पाया गया कोरोना वैरिएंट B.1.617 है सबसे बड़ा खतरा, WHO ने दी चेतावनी एलोपैथी विवाद: बिहार की कोर्ट में बाबा रामदेव के खिलाफ परिवाद दायर, 7 जून को होगी सुनवाई कोरोना संकट में मिजोरम के मंत्री की सराहनीय पहल, 8 माह तक उठाएंगे गरीब परिवारों के राशन का खर्च