इंदौर: मध्यप्रदेश के इंदौर में 'ओमिक्रॉन' का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। इंदौर में बीते दिनों विदेश से लौटे जिन 8 संदिग्ध रोगियों के नमूनों की प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे उनमें ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इनमें से 6 रोगियों की छुट्टी हो गई है तथा दो का इलाज चल रहा है। दरअसल, मध्यप्रदेश के गृह मंत्री तथा इंदौर के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर के रोगियों में ओमिकॉन वैरिएंट की पुष्टि करते हुए बताया कि बीते कुछ दिनों में इंदौर में लगभग 3 हजार यात्री विदेशों से आए थे। इनके टेस्ट में 26 लोग संक्रमित पाए गए थे, इनमें से 8 ओमिक्रॉन वैरिएंट के मरीज निकले हैं। इन 8 में से 6 रोगी ठीक होकर घर जा चुके हैं। दो रोगियों का एमआरटीबी में इलाज चल रहा है। उनमें कोरोना के कोई गंभीर मरीज नहीं है। संभावना है कि ये भी जल्द ठीक हो जाएंगे। इन 26 व्यक्तियों की कांटैक्ट ट्रेसिंग की जा चुकी है तथा उनमें कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं तथा सभी ठीक हैं। गौरतलब है कि प्राइवेट लैब में जिन रोगियों के नमूनों के टेस्ट में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है उनके नमूनें आइएलबीएस दिल्ली भी भेजे गए थे, वहां ओमिक्रॉन की पुष्टि हो गई है। मेडिकल कॉलेज ने दिल्ली की आईएलबीएस लैब को इसकी रिपोर्ट फाइल 24 दिसंबर को भेजी थी। वहां के माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. राजेश पांडे को भी यह रिपोर्ट भेजी गई। डॉ. पांडे ने इस रिपोर्ट की स्टडी कर इंदौर के संदिग्ध रोगियों में ओमिक्रान के बी.1.1.529(बीए.1) की पुष्टि की है। दिल्ली NCDC विभाग अधिकृत तौर पर इसकी रिपोर्ट जारी करेगा। विदेश से लौटे जिन 8 संदिग्ध रोगियों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है उनमें से दो लोग न्यूयॉर्क व लंदन से लौटे थे। इसके अतिरिक्त 1 शख्स दुबई से लौटा था। 'ओमिक्रॉन' से जुड़ी नई जानकारी आई सामने, एक्सपर्ट ने किया ये दावा नूडल्स फैक्ट्री में अचानक फटा वायलर, बिछी लोगों की लाशें 'ओमिक्रॉन' ने लगाया ग्रहण! रद्द हुई 6,300 फ्लाइट