नई दिल्ली: भारत में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच ओमिक्रॉन वेरिएंट के केस भी बढ़ रहे हैं. ओमिक्रॉन की संख्या भी रफ़्तार से बढ़ रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में बीते 24 घंटों में अत्यधिक उत्परिवर्तित वेरिएंट के 400 से ज्यादा केस दर्ज किए गए हैं. इसके साथ, ओमिक्रॉन केसों का कुल आँकड़ा बढ़कर 4,461 हो गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से यह भी पता चला है कि 28 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में ओमिक्रॉन के केस फैल चुके हैं. महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा 1,247 केस सामने आए हैं, तत्पश्चात, राजस्थान (645 मामले), दिल्ली (546 मामले), कर्नाटक (479 मामले) तथा केरल में 350 मामले में वायरस के मामले आए हैं. वही दूसरी तरफ देश भर में ओमिक्रॉन वेरिएंट से कुल संक्रमित मामलों में से अब तक 1,711 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें हॉस्पिटलों से छुट्टी मिल गई है. फिलहाल देश में ओमिक्रॉन के मामले बढ़कर 4,461 हो गए हैं. हालांकि ओमिक्रॉन को मौजूदा कोरोना वैक्सीन के लिए ज्यादा प्रतिरोधी माना जाता है, मगर यह हल्के संक्रमण की वजह बन रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कल सोमवार को राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) को एक चिट्ठी भेजकर कहा कि सक्रीय मामलों में से पांच से 10 प्रतिशत लोगों को ही हॉस्पिटल में एडमिट होने की आवश्यकता पड़ रही है. हालांकि, उन्होंने कहा कि स्थिति गतिशील तथा विकसित हो रही है इसलिए हॉस्पिटल में एडमिट होने की जरुरत भी तेजी से बदल सकती है. भूषण ने सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी कि वे सक्रीय मामलों के कुल आँकड़ों की स्थिति पर नजर रखें, विशेष तौर पर उनका जो होम आइसोलेशन में हैं, हॉस्पिटल में एडमिट हैं, आईसीयू तथा वेंटिलेशन सपोर्ट पर हैं. साथ ही ऑक्सीजन बेड्स के मामले पर भी निगरानी बनाए रखी जाए. ट्रैन में यात्रा करने वालों के लिए बुरी खबर, रेलवे ने उठाया ये बड़ा कदम रेलवे ने रद्द की कई ट्रेनें, यहां देंखे पूरी लिस्ट आर्थिक विशेषज्ञ ने भारतीय अर्थव्यवस्था को इस वित्त वर्ष में 9.5% की वृद्धि का अनुमान लगाया