'ओमिक्रॉन' से जुड़ी नई जानकारी आई सामने, एक्सपर्ट ने किया ये दावा

नई दिल्ली: भारत में ओमिक्रॉन इंफेक्शन के केस बढ़ सकते हैं तथा भारत में उच्च सकारात्मकता दर नजर आएंगी. हालांकि दक्षिण अफ्रीका की भांति ज्यादातर लोगों में इसका हल्का संक्रमण होगा. ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहली बार पहचान करने वाली चिकित्सक एंजलीके कोएट्जी ने ऐसा दावा किया है. 'साउथ अफ्रीका मेडिकल एसोसिएशन' की चेयरपर्सन ने यह भी बताया कि मौजूदा वैक्सीन निश्चित तौर पर संक्रमण को काबू करेंगी, मगर वैक्सीन ना लेने वाले व्यक्तियों के लिए खतरा 100 फीसद है.

इसके साथ ही डॉ. कोएट्जी ने बताया, 'वैक्सीनेटेड या पहले संक्रमित हो चुके व्यक्तियों में ओमिक्रॉन कम फैलेगा. जबकि वैक्सीन ना लेने वाले निश्चित तौर पर इसे फैलाने का काम करेंगे.' उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुई है तथा आगामी दिनों में यह एंडेमिक स्टेज पर भी जा सकती है. एंडेमिक वो स्टेज है जब किसी स्थानों पर संक्रमण या बीमारी निरंतर बनी रहती है. डॉ. कोएट्जी उन एक्सपर्ट्स के राय से असहमत हैं जो दावा कर रहे हैं कि ओमिक्रॉन अंत की ओर बढ़ रहा है, जो तुल्नात्मक तौर पर कोरोना के तमाम वैरिएंट से कमजोर है.

वही यूनियन हेल्थ मिनिसट्री द्वारा जारी डेटा के अनुसार, शनिवार तक भारत में ओमिक्रॉन वायरस के कुल 415 केस सामने आए हैं, जिनमें से 115 रोगी रिकवर या फिर माइग्रेटेड हो चुके हैं. डॉ. कोएट्जी ने बताया कि कोई भी संक्रमण जो नियंत्रण से बाहर हो जाता है मानव जाति के लिए संकट ही होता है. पुरे विश्व में फैल रहे ओमिक्रॉन स्ट्रेन के बर्ताव को लेकर डॉ. कोएट्जी ने कहा, नया संक्रमण युवाओं तथा बच्चों पर भी हमला कर रहा है.

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