दिल्ली: राजनेताओ के बीच आपसी रंजिश नई बात नहीं है और जब बात हो कांग्रेस नेताओ की तो ये जगजाहिर होने में भी देर नहीं लगाते अब अजय माकन और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को ही ले लीजिये, माकन ने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद पर आसीन होते है शीला को बीता हुआ युग कह डाला था. जवाबी हमला शिला की तरफ से लाजमी था. बयानों के जरिये दोनों में युद्ध नई बात नहीं है माकन की अगुआई में कांग्रेस दिल्ली में हारती रही तो माकन ने कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ने का हवाला दिया, जिस पर शीला ने कहा कि चुनाव जीत हासिल करने के लिए लड़े जाते हैं ना कि वोट शेयर बढ़ाने के लिए. माकन से शीला के साथ साथ कपिल सिब्बल, जय प्रकाश अग्रवाल जैसे नेता भी नाखुश ही रहे है. माकन की कार्यशैलीको लेकर दिल्ली के नेता राहुल गाँधी तक पहुंच गए थे. मगर समझोता भी कोई चीज होता है. ये पहल की पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने शीला, माकन और शर्मिष्ठा शीला के घर मिले. मुलाकात में माकन ने कहा कि ‘आपका आशीर्वाद चाहिए. पूरे दिल्ली में आपकी सरकार के वक्त के काम को लोग याद करते हैं. इसलिए मेरी गुजारिश मान लीजिए, आने वाले वक्त में उपचुनाव में आप पूरा सहयोग करिए. सबसे पहले 14 फरवरी को दिल्ली कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ आप भी मीडिया को एक मंच से सम्बोधित करने आइए.’ मगर शीला ने इसके जवाब में दो-टूक कहा कि, ‘माकन जी पहले आप कांग्रेस पर अपनी पसंद नापसंद के हिसाब से लोगों को देखना बंद कीजिए. सब पुराने लोगों को एआईसीसी मेंबर बनाइए. 14 फरवरी को सारे पुराने मंत्रियों को और वरिष्ठ नेताओं को बुलाइये, तो मैं भी आऊंगी.’माकन ने इस पर आश्वासन दिया कि अगले दिन सबको एडजस्ट करने की पूरी कोशिश के बाद उनसे मिलेंगे. खैर 14 फरवरी वैसे भी एक विशेष दिन है, इस दिन के बारे में कहा जाता है कि ये अपनों को मनाने का और सुलह का दिन ही है. बड़ी खबर : केजरीवाल के घर के आगे बीजेपी का धरना अंत में जीत सच्चाई की होती है : अरविन्द केजरीवाल विकास कार्यों पर सरकार आपसे सीधे बात करेगी