अनंत चतुर्दशी की खास धार्मिक मान्यता होती है. इस दिन भक्त प्रभु श्री विष्णु (Lord Vishnu) के लिए व्रत रखकर पूजा करते हैं. हिंदू पंचांग के मुताबिक, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर अनंत चतुर्दशी का व्रत रखा जाता है. अनंत चतुर्दशी को अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता है. इस वर्ष पंचांग के मुताबिक, चतुर्दशी तिथि 28 सितंबर के दिन है तथा इसका समापन 28 सितंबर की ही शाम 6 बजकर 49 मिनट पर हो जाएगा. वही अनंत चतुर्दशी के दिन ही गणपति विसर्जन किया जाता है। जीवन में शुभता के लिए राशि अनुसार बांधें अनंत‍ की डोरी:- अनंत चतुर्दशी पर राशि अनुसार अनंत की डोरी बांधने से जीवन में चारों ओर से शुभ फल की प्राप्ति होती है। मेष एवं वृश्चिक राशि वाले : लाल रंग की अनंत (डोरी ) बांधें। वृषभ, कर्क एवं तुला राशि वाले : सफेद रंग की अनंत (डोरी) बांधें। मिथुन एवं कन्या राशि वाले : हरे रंग की अनंत (डोरी) बांधें। सिंह राशि वाले : गुलाबी रंग की अनंत (डोरी) बांधें। धनु एवं मीन राशि वाले : पीले रंग की अनंत (डोरी) बांधें। मकर एवं कुंभ राशि वाले : काले रंग की अनंत (डोरी) बांधें। आइए जानें आपकी राशि का मंत्र क्या है... मेष- : ॐ पधाय नम: वृषभ- : ॐ शिखिने नम: मिथुन- : ॐ देवादिदेव नम: कर्क- : ॐ अनंताय नम: सिंह- : ॐ विश्वरूपाय नम: कन्या- : ॐ विष्णवे नम: तुला- : ॐ नारायणाय नम: वृश्चिक- : ॐ चतुर्मूतये नम: धनु- : ॐ रत्ननाभ: नम: मकर- : ॐ योगी नम: कुंभ- : ॐ विश्वमूर्तये नम: मीन- : ॐ श्रीपति नम: ईसाई धर्म में भी हैं कई सारे सम्प्रदाय, जानिए उनके बारे में अहम बातें ! इस्लाम में क्यों कहे जाते हैं 73 फिरके, क्या शिया,सुन्नी और सूफी इस्लाम ? अनन्त चतुर्दशी पर बनने जा रहे है ये अद्भुत संयोग, इन राशियों की चमकेगी किस्मत