जब भी सुनामी समुद्र के किनारे बसे शहरों पर हमला करती है, तब यह हजारों लोगों की जिंदगी बर्बाद कर देती है। इसी खतरनाक प्राकृतिक आपदा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 5 नवंबर को वर्ल्ड सुनामी डे मनाया जाता है। इस दिन को 2015 में संयुक्त राष्ट्र ने मान्यता दी थी, ताकि लोग सुनामी से जुड़ी जानकारियों और सुरक्षा के उपायों को समझ सकें। 1755 की लिस्बन सुनामी: पुर्तगाल की बड़ी तबाही साल 1755 पुर्तगाल के इतिहास में एक विनाशकारी साल साबित हुआ था। इस साल 1 नवंबर को पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में एक भयानक भूकंप आया, जिसकी तीव्रता बहुत अधिक थी। इस भूकंप के कुछ समय बाद समुद्र में इतनी बड़ी लहरें उठीं कि ये सुनामी के रूप में तटों तक पहुंच गईं। ये लहरें इतनी ऊंची और ताकतवर थीं कि उन्होंने तट के आसपास की हर चीज को बर्बाद कर दिया। इस सुनामी के कारण पूरे देश में भारी तबाही मच गई, जिसमें हजारों लोगों की जान चली गई थी। कैसे फैला था यह तबाही का मंजर जैसे ही भूकंप के झटके खत्म हुए, समुद्र की विशाल लहरें तेजी से तट की ओर बढ़ने लगीं। यह लहरें इतनी भयानक थीं कि इनकी चपेट में आए लगभग 90,000 लोग मारे गए। इसके अलावा, कई लाख लोग इस आपदा से प्रभावित हुए और महीनों तक पुनर्वास की स्थिति में रहे। लिस्बन और इसके आस-पास के इलाके, जहां स्कूल, अस्पताल और घर थे, सब कुछ नष्ट हो गया। इस तबाही को सँभालने और लोगों की जिंदगी को पटरी पर लाने में बहुत समय लग गया। 2004 की सुनामी: एक और विनाशकारी हादसा 1975 की सुनामी के बाद, साल 2004 में भी एक बड़ा हादसा हुआ, जो दुनिया के 14 देशों को झकझोर कर रख गया। 26 दिसंबर 2004 को हिंद महासागर में 9.1 तीव्रता के भूकंप के बाद आई इस सुनामी ने लाखों लोगों की जान ले ली थी। इस भयानक आपदा में अकेले भारत में ही करीब 12,000 लोगों की जान गई थी, जबकि कई अन्य देश भी इस आपदा की चपेट में आए थे। इस सुनामी की लहरें इतनी खतरनाक थीं कि उन्होंने कई देशों में घरों, स्कूलों और अस्पतालों को तहस-नहस कर दिया। इस घटना ने दुनिया को यह सिखाया कि प्रकृति के आगे इंसान कितना असहाय हो सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें इस राशि के जातक, जानिए आपका राशिफल... किसी न किसी काम से बाहर का करनी पड़ सकती है यात्रा, जानिए आपका राशिफल आर्थिक पक्ष की दृष्टि से ऐसा होने वाला है आज इन राशि के लोगों का-दिन