तबले पर अपनी अंगुलियों की थाप से जादू का संसार बना देने वाले जादूगर उस्ताद जाकिर हुसैन का आज बर्थडे है. जाकिर हुसैन का जन्म 09 मार्च 1951 के दिन हुआ था. तबले का जादू उन्हें विरासत में हासिल हुई थी, उनके पिता अल्ला रक्खा खान भी मशहूर तबला वादक भी होते है. मुंबई में पैदा हुए जाकिर ने सेंट जेवियर्स कॉलेज से पढ़ाई की. 11 वर्ष की उम्र में अमेरिका में अपना पहला कॉन्सर्ट कर लिया था. इसके उपरांत हुसैन ने कला के इलाके में खुद को स्थापित करने की शुरुआत कर दी और वर्ष 1973 में उनका पहला एलबम भी लॉन्च किया गया था. लिविंग इन द मटेरियल वर्ल्ड नाम से इस एलबम ने खासी वाहवाही बटोरी. जिसके उपरांत से जाकिर हुसैन पिता की छवि से अलग नाम बनने लग गया था. कुछ समय पहले ख़बरें थी कि मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन ने हाल ही में एक ऐसा खुलासा किया जिसे जानकर आप हैरान हो जायेंगे. जाकिर हुसैन का कहना है कि, दिग्गज सरोद वादक अली अकबर खान द्वारा 54 साल पहले दिए गए 100 रुपये के नोट को अब भी संभाल कर रखा हुआ है. एक इंटरव्यू में जाकिर हुसैन ने कहा कि, "वह 100 रुपये की नोट अब भी मेरी सबसे मूल्यवान वस्तु है." इसके अलावा उन्होंने बताया कि, "उस जमाने में मेहनताने के रूप में 1,000 रुपये मिले थे और तभी उनकी मां को यह यकीन हो गया था कि वह तबले के लिए ही बने हुए हैं. दिग्गज तबला वादक ने कहा, "मेरी मां नहीं चाहती थीं कि मैं तबला जारी रखूं क्योंकि तब मेरे वालिद अल्ला रक्खा को मोहन स्टूडियो में कलाकार के रूप में 350 रुपये माहवार मिलते थे." उन्होंने आगे बताया कि, "उन्हें मुंबई में प्रस्तुति के बाद इनाम स्वरूप यह राशि मिली थी." केवल टीवी ही नहीं बल्कि बॉलीवुड की इस मूवी में भी दर्शील ने बिखेरा एक्टिंग का जलवा कल जमकर होली खेली, आज छोड़ गए दुनिया ! सतीश कौशिक के निधन से बॉलीवुड में मातम अपनी कॉमेडी से हर किसी का दिल जीतने वाले सतीश कौशिक ने दुनिया को कहा अलविदा